भोपाल एनआईटी से पढ़ाई करने के बाद अमन पांडे (Aman Pandey got 65 crore reward from google) ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इंदौर में एक टेक कंपनी की शुरुआत की थी। कंपनी का नाम बग्समिरर (bugsmirror founder aman pandey) है। एक साल के अंदर ही अमन की कंपनी टेक की दुनिया में अपना लोहा मनवा दिया है। अमन की कंपनी बग्समिरर को गूगल ने बग की रिपोर्ट के लिए पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इनाम की राशि दी है। बताया जा रहा है कि यह इनाम राशि 65 करोड़ रुपये की है। अमन की कंपनी में अभी ज्यादा लोग काम नहीं करते। मगर छोटी टीम के सहारे उन्होंने गूगल की इतनी गलतियां पकड़कर तहलका मचा दिया है। आइए आपको बताते हैं कि अमन पांडे कौन हैं और उनकी कंपनी काम क्या करती है।

अमन की कंपनी का काम क्या

भोपाल एनआईटी से बीटेक करने वाले अमन पिछले चार साल से सिक्यूरिटी सिस्टम को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं। बग्समिरर की टीम और अमन लगातार अपनी कड़ी मेहनत से एल्गोरिदम के साथ एम्बेडेड अनुप्रयोगों को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित करने में मदद की है, जिसका आविष्कार भी बग्समिरर ने किया है। इसके जरिए गूगल की गलतियां ढूंढने में मदद मिली है। साथ ही उसका सॉल्यूशन भी दिया है। बग्समिरर बड़ी कंपनियों को उनकी सुरक्षा खामियों के बारे में बताती है। साथ ही उसके महत्व को भी समझाती है।

गूगल ने अमन को क्यों दिया इनाम

गूगल ने बताया है कि उसकी अलग-अलग सेवाओं के लिए बग की रिपोर्ट करने वालों को 87 लाख डॉलर का भुगतान किया है। इसमें इंदौर के अमन पांडे और उनकी कंपनी बग्समिरर टॉप पर है। गूगल ने ब्लॉग में इसका जिक्र किया है। अमन की कंपनी ने साल 2021 में सिर्फ 232 बग की रिपोर्ट की है। गूगल के अनुसार अमन ने पहली बार 2019 में बग की रिपोर्ट की थी। तब से अब तक वह एंड्राएड वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम (वीआरपी) के लिए 280 से अधिक वल्नरेबिलिटी के बारे में रिपोर्ट कर चुके हैं।

2021 में शुरू की है कंपनी

अमन ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी नहीं की। उन्होंने अपना काम शुरू किया है। स्टार्टअप के तौर पर अमन ने अपने साथियों के साथ मिलकर बग्समिरर की शुरुआत की थी। जनवरी 2021 में इंदौर स्थित कंपनी में काम शुरू हुआ है। अभी इंदौर में छोटा ऑफिस है।