नई दिल्ली। इंडियन रेल्वे ने अपने लाखों कर्मचारियों के प्रोविडेंट फण्ड खाता की ब्याज दरें जारी कर दी हैं। नई ब्याज दरें 1 जुलाई 2021 से 30 सितंबर 2021 तक के लिए हैं। रेलवे बोर्ड ने बताया कि ये ब्याज दरें फाइनेंस मिनिस्ट्री से एप्रूवल मिलने के बाद लागू की गई हैं। इन तीन महीनों के लिए ब्याज दर समान रहेगी। इसके बाद अक्तूबर 2021 से दिसंबर 2021 तिमाही के लिए अलग से ऐलान होगा।
रेलवे बोर्ड की डायरेक्टर फाइनेंस जी प्रिया सुदर्शनी के मुताबिक इस बार जुलाई से सितंबर के बीच स्टेट रेल्वे प्रोविडेंट फण्ड खाते पर 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। यह ब्याज दर हर कर्मचारी के लिए एकसमान है। उनके मुताबिक फाइनेंस मिनिस्ट्री के लेटर को रेफ्रेंस के तौर पर लिया जा सकता है। और किसी भ्रम में उसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
GPF और दूसरे पीएफ खातों पर 7.1 फीसद की ब्याज दर
बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार ने GPF और दूसरे पीएफ खातों पर 7.1 फीसद की ब्याज दर घोषित की है। वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले आर्थिक मामलों के विभाग ने इस संबंध में एक आधिकारिक घोषणा की और कहा कि जीपीएफ और अन्य विशेष जमा योजना की ब्याज दर 7.1% है जो चालू वित्त वर्ष की जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए लागू होगी।
अप्रैल से जून 2021 तिमाही
सरकार ने अप्रैल से जून 2021 तिमाही में भी यही ब्याज दर रखी थी। यह लगातार छठी तिमाही होगी जब जीपीएफ की ब्याज दर 7.1 फीसद होगी। अप्रैल 2020 में केंद्र सरकार ने GPF की ब्याज दर 7.9 फीसद से घटाकर 7.1 फीसद कर दी थी।
NSC पर कितना ब्याज
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही के लिए 1 जुलाई 2021 से शुरू होकर 30 सितंबर 2021 को समाप्त होने वाली विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर पहले की तरह बनी रहेगी। सर्कुलर के अनुसार, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) 7.10%, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर 6.8% और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम अकाउंट (POMIS) पर 6.6% की ब्याज दर मिलती रहेगी। डाकघर बचत खाते पर 4% ब्याज मिलता रहेगा।
रेकरिंग डिपाजिट पर 5.8% ब्याज
पांच वर्षीय रेकरिंग डिपाजिट पर 5.8% ब्याज मिलता रहेगा। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दर 7.4% पर बिना बदलाव के है, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना जमा पर 7.6% ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र की ब्याज दर 6.9% है।