ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस ने इस्तीफा दे दिया है। लिज ट्रस सिर्फ छह हफ्ते ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रही और अपने इस्तीफे के साथ ही उनके नाम सबसे कम समय के लिए प्रधानमंत्री होने का रिकॉर्ड भी हो गया है। फिलहाल इस्तीफे का कारण ब्रिटेन में आर्थिक संकट बताया जा रहा है। नए प्रधानमंत्री के बनते ही ब्रिटेन में लगातार महंगाई बढ़ती जा रही थी। इस वजह से देश की आर्थिक स्थिति भी लगातार गड़बड़ा रही थी। कल ही गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भी इस्तीफा दिया था। लंबे दबाव के बाद ट्रस ने पद छोड़ दिया।

इस्तीफे के बाद लिज ट्रस ने भी अपनी तरफ से प्रतिक्रिया दे दी है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मुझे लगता है कि मैं उन वादों को पूरा नहीं कर पाई, जिनके लिए मैं लड़ी थी। मैंने जानकारी दे दी है कि अब प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं। लिज ने इस बात पर भी जोर दिया है कि जब वे पीएम बनी थीं, तब देश में आर्थिक स्थिरता नहीं थी। परिवारों को चिंता थी कि बिल कैसे जमा किए जाएं। वे कहती हैं कि हमने टैक्स कम करने का सपना देखा था, मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव डालने की कोशिश की थी, लेकिन मुझे लगता है कि वर्तमान में मैं डिलीवर नहीं कर पाई हूं। इसलिए इस्तीफा दे रही हूं।

दरअसल, पिछले महीने सरकार ने एक आर्थिक योजना पेश की थी, जिसके असफल होने के कारण आर्थिक उथल-पुथल और राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। ट्रस ने पिछले शुक्रवार को क्रासिंस्की क्वार्टेंग को वित्त मंत्री पद से हटा दिया गया था और उनके उत्तराधिकारी, वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने सोमवार को सरकार के मिनी-बजट में कटौती कर दी थी। साथ ही उनके कार्यकाल के दौरान सत्तारूढ़ कन्जरवेटिव पार्टी में अनुशासनहीनता भी देखने को मिली। कन्जरवेटिव पार्टी के कई नेताओं का कहना था कि ट्रस को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

इसके अलावा ओपिनियन पोल में विपक्षी लेबर पार्टी को बड़ी बढ़त मिलती दिखाई देने से भी हालात ट्रस के खिलाफ चले गए। इसे देखते हुए कन्जरवेटिव पार्टी के कई नेताओं का मानना था कि ट्रस को हटाकर ही कोई उम्मीद की जा सकती है, लेकिन वे इस बात को लेकर बंटे हुए हैं कि उन्हें कैसे हटाया जाए। इससे पहले भारतीय मूल की ब्रिटिश गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने लंदन में मंत्रिस्तरीय संचार के लिए अपने निजी ई-मेल का इस्तेमाल करने की ‘गलती’ के बाद बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया था।