Raipur. कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार ने मुफ्त राशन की योजना को बंद कर दिया है, जिसका सीधा असर प्रदेश की गरीब जनता पर पड़ रहा है। वहीं कांग्रेस के दावों को सीएम विष्णुदेव साय ने झूठा बताते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है।

सीएम साय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ये केवल अफवाह है, योजना पहले की तरह ही चल रही है, जिसका लाभ आम जनता को मिल रहा है।

युवाओं को मिलने वाला भत्ता भी बंद

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यही नहीं युवाओं को मिलने वाला भत्ता भी बंद कर दिया। गौठानों में मिलने वाली सुविधाएं भी सरकार ने बंद कर दी। भाजपा सरकार के आने के बाद से जनता बहुत निराश हुई है। 3 महीने में अगर कोई सरकार इतनी ज्यादा अलोकप्रिय हो सकती है, तो छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार है।

हर गरीब का अधिकार है कि उसे रोटी, कपड़ा, मकान मिले, लेकिन ये दुर्भाग्यजनक स्थिति है कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही गरीबों के हित में फैसला नहीं ले रही है। छत्तीसगढ़ में 5 साल से जो योजना चल रही थी, खासतौर पर राशन की, उसे बंद कर दिया गया है।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर इस तरह का पोस्ट डाला है। ‘कांग्रेस सरकार में मिलने वाला हर सदस्य का 7 किलो चावल हुआ बंद- साँय साँय, नमक हुआ बंद- साँय साँय, चना हुआ बंद- साँय साँय, मोदी की गारंटी इस कदर “साँय साँय” काम कर रही है कि लोकसभा चुनाव खत्म होते ही महतारी वंदन योजना की राशि आनी भी बंद हो जाएगी। बंद न होगी तो कटौती तो शुरू हो ही जाएगी।’

योजना यथावत जारी- सीएम साय

सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं कि पीडीएस संबंधित पिछली सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया गया है। पहली बात तो यह है कि पिछली सरकार ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की जन हितैषी योजनाओं का ही नाम बदलकर उसे आगे बढ़ाया था। पीडीएस से संबंधित सभी लाभ यथावत जारी हैं।

मंत्री खुद मलाई खाते रहते हैं और जनता को गंदा खाना

वहीं कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने ये भी कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि वरिष्ठ मंत्री के यहां होली मिलन कार्यक्रम में खान-पान की व्यवस्था स्तरहीन थी। लोगों को स्तरहीन चीज खिलाई गई, जिसके कारण 200 से अधिक लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए। मंत्री जी तो खुद ढूंढ-ढूंढ कर मेवा और मलाई खाते हैं, लेकिन जैसे ही कार्यकर्ताओं को क्षेत्र के लोगों को खिलाने की बारी आती है, तो ऐसी चीज परोसते हैं कि जिसके कारण उन्हें फूड प्वाइजनिंग का शिकार होना पड़ता है।उन्होंने कहा कि सभी लोगों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए, मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।