New Delhi. इसरो ने आज इनसैट-3डीएस को लॉन्च कर दिया। इस सैटेलाइट के जरिए भारत के लिए मौसम की सटीक जानकारी जुटाना आसान होगा। इस सैटेलाइट को आज श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। इसे जियोसिंक्रोनस लॉन्च वाहन F14 (GSLV-F14) पर लॉन्च किया गया। इस सैटेलाइट का वजन 2,274 किलोग्राम है। सैटेलाइट का दूसरे चरण का प्रदर्शन सामान्य है और पेलोड बेयरिंग को भी अलग कर दिया गया है।

इस सैटेलाइट की मिशन लाइफ 10 साल है। यानी अगले दस साल तक यह मौसम में होने वाले सभी बदलावों के बारे में जानकारी मुहैया कराता रहेगा। इस सैटेलाइट के ऊपर करीब 500 करोड़ रुपए का खर्च आया है। एक बार वर्किंग मोड में आने के बाद यह तूफान के साथ-साथ जंगली आग, बर्फबारी, धुआं और बदलते पर्यावरण की भी जानकारी देगी। इस उपग्रह का उद्देश्य पृथ्वी की सतह और समुद्री अवलोकनों के अध्ययन को बढ़ावा देना है। 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी-एफ14 रॉकेट यहां से प्रक्षेपित किया गया।

प्रक्षेपण को देखने के लिए एकत्र भीड़ ने रॉकेट के रवाना होने पर तालियां बजाकर खुशी जताई। इसरो ने कहा कि 2,274 किलोग्राम वजनी उपग्रह भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) सहित पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत विभिन्न विभागों को सेवा प्रदान करेगा। एक जनवरी को पीएसएलवी-सी58/एक्सपोसेट मिशन के सफल प्रक्षेपण के बाद 2024 में इसरो के लिए यह दूसरा मिशन है।