चमोली |
उत्तराखंड के उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश से तबाही के बाद मंगलवार शाम को चमोली जिले में भी बारिश ने कहर बरपाया है। चमोली जिले के घाट ब्लॉक में मंगलवार शाम को अचानक तेज बारिश की वजह से लक्ष्मी मार्केट में तबाही मच गई। घरों, मकानों,दुकानो को भारी नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश की वजह से चारों ओर मलबा ही मलबा बिखरा पड़ा हुआ है। बाजार और सड़कें दल-दल में तब्दील हो गईं हैं। घाट के कई गांवों में शाम से जारी बारिश जारी है, जिसकी वजह से राहत व बचाव कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक जानमाल के नुकसान का कोई आंकलन नहीं है। प्रशासन की टीमें मौके पर हैं और रेस्क्यू कार्य शुरू कर लिया गया है लेकिन, हादसे में कितना नुकसान हुआ है इसकी अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार राकेश देवली के नेतृत्व में राजस्व पुलिस, प्रशासन की टीम घटना स्थान पर पहुंच गयी है। राहत कार्याें के साथ ही नुकसान का आंकलन किया जा रहा है । स्थानीय निवासी विजय मदौली, जय प्रकाश नेगी, देवेन्द्र सिंह ने बताया कि मंगलवार देर शाम अचानक बांजबगड़ की ओर जाने वाली सड़क की पहाड़ी के शीर्ष पर बादल फटने और अतिवृष्टि से पूरा मलबा बाजार की ओर आ गया, जिससे कई मकान मलबे में दब गए। तहसीलदार राकेश देवली ने घटना से जानकारी देते हुये बताया कि प्रशासन की टीम घाट बाजार और प्रभावित इलाके में पहुंच गयी है ।
भारी वर्षा और चारों ओर फैले मलबे और दलदल के बीच अभी यह कहना मुश्किल है कि कितना और क्या नुकसान हुआ है। बता दें कि सोमवार को उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के कुमराड़ा गांव में मौसम ने तबाई मचाई है। गांव में हुई मूसलाधार बारिश के चलते जाकरा गदेरा अचानक ऊफान पर आ गया। । जिससे ग्रामीणों के खेतों, खलियानों एवं घरो में पानी व मलबा भर गया। वहीं क्षति का आंकलन करने के लिए राजस्व, पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम मौके लिए रवाना हो गई है। जिले में सोमवार को मौसम ने अचानक करवट बदली और दोपहर बाद गिडगिडाहाट के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। मूसलाधार बारिश के चलते गमरी पट्टी के कुमराड़ा गांव में जाकरा गदेरा व नाले उफान पर आ गए। तो दूसरी ओर, रुद्रप्रयाग जिले में भी सोमवार शाम को बादल फटने की घटना हुई थी।
मूसलाधार बारिश के बीच बच्छणस्यूं पट्टी के ग्राम पंचायत खांकरा में ऊपरी जंगल के ऊपर बादल फट गया, जिससे चित्रमति नदी का ऊफान बढ़ गया। ऐसे में पत्थर व मलबे का सैलाब खांकरा के कई घरों व दुकानों में घुस गया। कई मकानों के आगे पुश्ते भी ध्वस्त हो गए हैं। साथ ही एक ढाबा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। फतेहपुर गांव में भी कई घरों व गौशाला में मलबा घुसा है। वहीं, नरकोटा गांव में भी घरों व खेतों में मलबा घुसने से काफी नुकसान की सूचना है। यहां मलबे के कारण बदरीनाथ हाईवे पर अवरूद्ध हो गया है, जिसे एनएच द्वारा मशीनों की मदद से खोल दिया गया है। उधर, जखोली ब्लॉक के कोटली में भी बादल फटने से खेतीबाड़ी को नुकसान की सूचना है। गांव के पैदल रास्ते भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र ममगाईं, प्रदीप मलासी, चंद्रमोहन, मोहित डिमरी आदि ने प्रशासन से क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों को त्वरित मदद देने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने पांच और छह मई के लिए पूर्व में जारी येलो अलर्ट को ऑरेंज अलर्ट में तब्दील कर दिया है। पर्वतीय जिलों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है। मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के अनुसार, पांच मई को देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौडी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर जिले में कहीं-कहीं गर्जन के साथ ओलावृष्टि, बारिश और बिजली चमकने की संभावना है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग में कहीं-कहीं बारिश, गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।