आईपीएल 2022 में दिल्ली कैपिटल्स का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ सीजन का आगाज जीत के साथ करने वाली दिल्ली को पिछले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। गुजरात के खिलाफ 14 रनों से मिली हार के बाद ऋषभ पंत की टीम को गुरुवार को लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ 6 विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा। इस मैच के बाद ऋषभ पंत की बल्लेबाजी की खूब आलोचना हो रही है।
पंत ने लखनऊ के खिलाफ 36 गेंदों पर 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 39 रनों की पारी खेली। पारी के दौरान पंत ने गौतम का 12वां ओवर मेडन भी खेला था। दिल्ली ने पहली पारी में मात्र तीन विकेट खोकर 149 ही रन बनाए थे।ऋषभ पंत की बैटिंग अपरोच को देखते हुए वीरेंद्र सहवाग ने भविष्यवाणी कर दी है कि अगर पंत ऐसे ही खेलते रहे तो उनका यह सीजन खास नहीं रहने वाला है।
रवि शास्त्री ने 36 साल के इस खिलाड़ी का किया सपोर्ट, धोनी की गैरमौजूदगी में निभा सकता है फिनिशर की भूमिक क्रिकबज से बात करते हुए सहवाग ने कहा “चिंता उस शैली से है जिसके साथ वह खेल रहा है। यहां जीत या हार मायने नहीं रखती। अगर वह अपना रवैया बदल सकता है … उसने कितनी गेंदें खेली हैं, उसे देखें, उसे इतनी गेंदों में कम से कम 60 रन बनाने चाहिए थे। अगर उन्होंने वो 20 रन ज्यादा बनाए होते तो लखनऊ को इसकी कीमत चुकानी पड़ती। मुझे बस यही लगता है कि उन्हें अपना स्टाइल नहीं बदलना चाहिए।”
भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज और दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व कप्तान ने आगे कहा “उसे और अधिक खुलकर खेलना चाहिए क्योंकि जिस दिन वह बड़ा स्कोर करता है तो टीम जीत जाती है और हर कोई यह जानता है। लेकिन अगर उसे लगता है कि वह कप्तान होने के कारण जिम्मेदारी से खेलना चाहता है, तो वह इस साल के आईपीएल में सफल नहीं होगा क्योंकि वह ऐसा नहीं खेलता है। उसके पास वह रवैया नहीं है कि वह जिम्मेदारी से खेले और खेल खत्म करे। उसे आकर गेंद को हिट करना चाहिए और अगर वह चूक जाता है तो वह वापस चला जाता है – यही उसका रवैया होना चाहिए और यह स्पष्ट होना चाहिए।”