ग्वालियर। बिना जीएसटी बिल के 2 किलो बजनी सोने के आभूषण पकड़े गए। जिनकी अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। रेल सुरक्षा बल द्वारा समय लगभग आठ बजे गश्त के दौरान ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर दो व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिए, जिनको रोक कर पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने बताया कि वे दोनों दो किलो वजनी सोने के आभूषणों को लेकर शताब्दी एक्सप्रेस द्वारा ग्वालियर से दिल्ली जा रहे थे। दोनों यात्रियों को मय सोने के आभूषणों के जीआरपी ग्वालियर को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।
सोना ले जा रहे यात्रियों में अभिजीत माइती पुत्र परेश माइती उम्र- 43 वर्ष निवासी करोल बाग, नई दिल्ली जा कि मालिक बताया जा रहा है। जबकि दूसरा साथी बांकेश दोलाई पुत्र शंकर दोलाई शामिल है। उनके कब्जे से दो किलो बजनी सोने के आभूषण कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई गई है। पुलिस टीम में उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत, प्र.आ. अनिल कुमार सिंह, प्र.आ. शिवनंदन शर्मा, प्र.आ. दीपेंद्र सिंह भदौरिया, आ. शकील खान, आ. राजकुमार सिंह तोमर तथा आ. भान चंद्र अनुरागी शामिल रहे। दोनों यात्रियों को मय सोने के आभूषणों के जीआरपी ग्वालियर को अग्रिम कार्रवाई के लिए सुपुर्द किया गया।
जीआरपी द्वारा संबंधित विभाग जीएसटी, आयकर इत्यादि को सूचित किया जा रहा है। पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले: आरपीएफ व जीआरपी ने ट्रेनाें पहले भी बिना जीएसटी बिल के सोने चांदी के जेवरात ले जाते हुए पकड़ा है। उल्लेखनीय है कि ट्रेनों से सोने चांदी के जेवरातों को बिना जीएसटी बिल के ले जाने का काम काफी चल रहा है। कभी कभार आरपीएफ व जीआरपी चेकिंग में पकड़ लेते हैंं लेकिन बाद में ये कारोबारी बिल अरेंज कर जेवरात आदि छुड़ा लेते हैं। यदि बिना पकड़े सोने चांदी के जेवरात पहुंच जाते हैं तो फिर बिल नहीं बनता और जीएसटी की चोरी हो जाती है।