कई लॉकर खाते और थोक में निवेश भी
रायपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो के पूर्व चीफ एडीजी जीपी सिंह के निवास पर एसीबी के छापे की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। प्रारंभिक पड़ताल में पांच करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति होने का एसीबी ने खुलासा किया है। इसके साथ ही अफसर द्वारा अपनी पत्नी तथा बेटे के नाम से 75 से ज्यादा बीमा पॉलिसी होने की जानकारी एसीबी के हाथ लगी है। एसीबी के चीफ आरिफ शेख के मुताबिक कार्रवाई शनिवार सुबह या दोपहर तक समाप्त हो सकती है। गौरतलब है, एडीजी जीपी सिंह के निवास सहित 15 ठिकानों पर गुरुवार को एसीबी की टीम ने दबिश देकर छापे की कार्रवाई की थी। पहले दिन की कार्रवाई में एडीजी द्वारा बड़े पैमाने पर शेल कंपनी के माध्यम से रुपए निवेश करने का खुलासा किया गया था। इसके साथ ही एडीजी द्वारा मनी लांड्रिंग करने की जानकारी मिली थी। अफसर के निवास से सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर गायब होने की बात एसीबी के अफसर कह रहे हैं। साथ ही उस डीवीआर को तलाश करने की जानकारी एसीबी के अफसरों ने दी है।
ईडी के साथ आईटी ने लिया संज्ञान खबर है, छापे की कार्रवाई की जानकारी मिलने के बाद अफसर द्वारा आय से अधिक संपत्ति मिलने की जानकारी आईटी के अफसरों को गुरुवार को ही दे दी गई थी। इसके साथ ही मनी लांड्रिंग की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को दे दी गई है। इस आधार पर आने वाले दिनों में अफसर के खिलाफ आईटी के साथ ईडी अलग से जांच कर सकती है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा राशि शेयर, म्यूचुअल फंड में एसीबी के अफसरों के मुताबिक एडीजी श्री सिंग ने डेढ़ करोड़ से ज्यादा राशि का म्यूच्युअल फंड तथा शेयर में निवेश किया है। इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस में अफसर द्वारा सवाधि जमा राशि के कई अकाउंट की जानकारी हाथ लगने की बात एसीबी के अफसर बता रहे हैं। अफसर द्वारा अपनी पत्नी तथा बेटे के नाम से 75 से अधिक इंश्योरेंस कराने की जानकारी भी एसीबी को मिली है। परिजनों के नाम पर हाइवा जेसीबी जांच में अफसर द्वारा अपने परिजनों के नाम पर 75 लाख रुपए की हाइवा, जेसीबी, कंक्रीट मिक्सचर मशीन वाहन खरीदे जाने की जानकारी मिली है। इसके साथ ही कई बहुराज्यीय कंपनियों से परिजनों के अकाउंट में एक करोड़ रुपए से ज्यादा जमा होने की जानकारी एसीबी अफसरों के हाथ लगी है।