स्वास्थ्य मंत्री ने अंबिकापुर और जशपुर में फ्री डायलिसिस सुविधा का किया शुभारंभ
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार अब थमने लगी है. अलग अलग जिलों मिल रहे मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसी बीच बुधवार को प्रदेश में 421 नए मरीजों की पहचान की गई है. 7 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई. राहत की बात यह रही कि बीते 24 घंटे में 813 मरीज इस वायरस को मात देकर घर लौटे हैं. अब तक 9 लाख 71 हजार 57 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए हैं. प्रदेश में अब तक 13 हजार 407 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है. सक्रिय मरीजों की संख्या 8 हजार 7 हो गई है. छत्तीसगढ़ में आज कुल 35 हजार 962 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है.
अंबिकापुर और जशपुर में फ्री डायलिसिस की शुरुआत
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज अंबिकापुर और जशपुर में निःशुल्क डायलिसिस सुविधा का शुभारंभ किया. सरगुजा प्रवास पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने अंबिकापुर में खुद मौजूद रहकर और जशपुर में वर्चुअल कार्यक्रम से इन केंद्रों का उद्घाटन किया. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय फ्री डायलिसिस कार्यक्रम के तहत ‘जीवन धारा’ नाम से यह सुविधा सभी के लिए शुरू की गई है.
आज 3 मरीजों का हुआ डायलिसिस
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने दोनों जिला मुख्यालयों में डायलिसिस सुविधा का लोकार्पण करते हुए कहा कि किडनी रोगों से ग्रस्त मरीजों को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है. इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है. जशपुर और सरगुजा में डायलिसिस की सुविधा शुरू होने से किडनी रोगों से पीड़ितों को इसके लिए अब दूर नहीं जाना पड़ेगा. इससे मरीजों और उनके परिजनों के श्रम, धन और समय की बचत होगी. उद्घाटन के दिन ही आज तीन मरीजों का निःशुल्क डायलिसिस किया गया.
8 जिलों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ की तरफ से 6 जिले दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, महासमुंद और बीजापुर में पहले से ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा शुरू की जा चुकी है. आज जशपुर और सरगुजा जिले में यह सुविधा शुरू होने से प्रदेश में निःशुल्क डायलिसिस केन्द्रों की संख्या 8 हो गई है. डायलिसिस के लिए जशपुर में पांच यूनिट और अंबिकापुर में तीन यूनिट की स्थापना की गई है. छत्तीसगढ़ के 6 पुराने डायलिसिस केंद्रों में फ्री डायलिसिस कार्यक्रम के तहत अब तक कुल 10 हजार 666 सेशन किए जा चुके हैं. इनमें से दुर्ग जिले में 3205, कांकेर में 2276, कोरबा में 1066, बिलासपुर में 1440, महासमुंद में 1947 और बीजापुर में 732 सेशन किए गए हैं.