बीजों को फफूंद नाशक से बीजोपचार कर बुआई करने कृषि विभाग द्वारा किसानों को सलाह

कोरबा। जिले में धान फसल कटाई के बाद रबी फसलों की बुआई शुरू हो गई है। धान कटाई के बाद खेतों में नमी का उपयोग करते हुए किसान बोनी कार्य में लगे हुए हैं। जिले में रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध हैं। वर्तमान में 968 क्विंटल बीज का भण्डारण किया जा चुका है। इसमें से 717 क्विंटल बीज का वितरण किसानों को किया जा चुका है तथा 250 क्विंटल बीज भण्डारण केन्द्रों में शेष है। इसी प्रकार 859 मीट्रिक टन उर्वरक भंडारित किया जा चुका है जिसमें से 27 मीट्रिक टन उर्वरकों का उठाव किसानों द्वारा किया गया है। भण्डार गृहों में 832 मीट्रिक टन उर्वरक शेष है।
उपसंचालक कृषि श्री अनिल शुक्ला ने बताया कि रबी फसल में किसानों को धान कटाई के पश्चात मृदा में नमी उपलब्धता के अनुसार गेहूं की बुआई करने की सलाह दी गई है। किसानों को सभी फसलों के बीजों को 2.5 से तीन ग्राम तक फफूंद नाशक प्रति किलोग्राम बीज की दर से बीजोपचार पश्चात बुआई करने भी कहा गया है। उपसंचालक ने किसानों को सलाह देते हुए कहा है कि 15 दिसंबर के पश्चात गेहूं की बुआई करने की स्थिति में 25 प्रतिशत बीज दर बढ़ाकर बुआई करें। रबी फसल व सब्जी की फसलों में प्रथम सिंचाई प्रक्षेत्र जलाशय (डबरी) में उपलब्ध पानी से करें।
उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिले में रबी सीजन 2021-22 में गेहूं 485 हेक्टेयर में बोई जा चुकी है। इसी प्रकार मक्का 14 हेक्टेयर, ग्रीष्म धान पांच हेक्टेयर, चना 274 हेक्टेयर, मटर 225 हेक्टेयर, तिवड़ा चार हजार 201 हेक्टेयर, सरसों-तोरिया तीन हजार 770 हेक्टेयर, मूंगफली दो हेक्टेयर, अलसी 483 हेक्टेयर, कुसुम 598 हैक्टेयर एवं सब्जी फसलों की 10 हजार 152 हेक्टेयर में बुआई पूरी हो चुकी है।