निगम की नाकामी को कोस रहे लोग
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों लगातार हो रही बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. कई इलाकों में तबाही की बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. अब स्थितियां ऐसी हो गई है कि कई इलाके में लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. इसी तरह न्यायधानी का भी हाल बेहाल है. निगम की नाकामी की वजह से शहर पानी-पानी हो गया है. बिलासपुरवासियों में निमग की नाकामी को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है.
दरअसल, उसलापुर रेलवे स्टेशन के सामने महर्षि स्कूल रोड स्थित सर्वमंगला विहार कॉलोनी और सांई प्रभा अपार्टमेंट के लोग पिछले 4 दिनों से शहर से कटे हुए हैं. बिलासपुर में एक सप्ताह से जारी बारिश की वजह से कॉलोनी में पूरी तरह से पानी भरा हुआ है. आलम यह है कि कल तक इमरजेंसी में घरों से निकलने के लिए कॉलोनीवासियों को नाव का भी इस्तेमाल करना पड़ रहा है.
कॉलोनी का प्रस्तावित गार्डन गंदे तालाब में तब्दील हो चुका है. लगातार पानी के भराव के चलते लगभग 10-15 परिवार अपने अपने घरों में ही कैद हैं, तो कुछ लोग घर छोड़कर किसी रिश्तेदार या दोस्त के यहां चले गए हैं.
कॉलोनी वासियों ने इस समस्या के समाधान के लिए नगर पालिका निगम को सूचना दी. नगर निगम ने खानापूर्ति करते हुए कॉलोनी में दो डीजल पंप अस्थाई रूप से पानी निकासी के लिए उपलब्ध कराया है. इस कॉलोनी को बसाने वाले बिल्डर-कॉलोनाइजर इसमें किसी भी प्रकार की मदद नहीं कर रहे हैं.
सर्वमंगला कॉलोनी में के लोगों में नाराजगी है. लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं. नाली और सड़कों के पानी की निकासी नहीं होने के कारण पूरी कॉलोनी में पानी भर गया है. पानी का लेवल चार फीट तक है. बच्चों ने इसमें बोट तक उतार दी है. कॉलोनीवासियों का कहना है कि ये हालात दो बिल्डर्स की आपसी लड़ाई के कारण है. बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासन, निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.