चकाचक मुख्यमार्ग में अनियंत्रित दौड़ रही वाहनों से आए दिन घट रही घटना
रफ्तार पर लगाम लगाने ठोस पहल की अपेक्षा

कोरबा/पाली:- वैसे तो बगदेवा (पतरापाली) से कटघोरा एनएच 130 में इन दिनों तकरीबन साढ़े आठ सौ करोड़ के फोरलेन सड़क निर्माण का काम चल रहा है लेकिन कार्य पूर्ण होने तक फिलहाल आवागमन वर्षों पूर्व निर्मित वही पुराने टूलेन मार्ग पर ही चलता रहेगा। विगत 2 वर्ष से बगदेवा से कटघोरा 41 किलोमीटर सड़क मार्ग की बदहाली इस मार्ग पर आवागमन करने वालों ने खूब झेली साथ ही साथ पाली नगर से होकर गुजरी एनएच की बारिश के दिनों में अत्यंत दयनीय हालत जिसमे सायकल चलाना तो दूर पैदल चलना भी किसी संघर्ष से कम नही था, लोग जिसे भूल नही सकते तथा स्थानीय नागरिकों द्वारा सड़क की मांग को लेकर किये गए आंदोलन एवं जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयास का ही फल रहा कि नगर को सरपट, चकाचक सड़क की आखिरकार सौगात मिली।इस सड़क को बने महज 4 महीने ही हुआ है लेकिन दुष्परिणाम यह देखने को मिल रहा कि सड़क पर आए दिन वाहन दुर्घटना घटित होने लगी है जिसका मुख्य कारण यह है कि डेढ़ किलोमीटर के इस अच्छी सड़क पर आंख मूंदकर अनियंत्रित वाहन दौड़ाने वालो की कोई कमी नही है फलस्वरूप बीते दो से तीन सप्ताह के भीतर इस सड़क पर 4 बड़ी दुर्घटना घटित हो चुकी है किंतु गनीमत यह रही कि अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि नही हुई।बीते 30 जून के ही घटनाक्रम की बात करें तो सुबह 7 से आठ बजे के मध्य बिलासपुर की ओर से बेकाबू रफ्तार से आ रही एक खाली ट्रेलर ने प्राचीन शिवमंदिर प्रांगण से लगे पत्थर के दीवार को तोड़ते हुए गार्डन में जा घुसी तब सुखद पहलू यह रहा कि सुबह का समय होने से सड़क मार्ग पर भीड़भाड़ नही रही वरना हालात भयावह रहती।वहीं इसके सप्ताह, दस दिन पूर्व भी इसी स्थान पर महज 30 मीटर की दूरी पर राज ऑटो डील दुपहिया संस्थान के सामने सुबह के ही वक्त बिलासपुर की तरफ से आ रही एक बेकाबू ट्रेलर ने सड़क किनारे खड़ी एक कार सहित दर्जन भर से अधिक दोपहिया वाहनों को ठोकर मारते हुए खेत मे दौड़ लगा दी और संचालित पेट्रोल पंप की दीवार को ठोकर मारते हुए खड़ी हो गई और तब भी गनीमत रही कि कोई जनहानि नही हुई लेकिन लाखों का नुकसान जरूर हुआ। इसके पहले सब्जी से भरी एक पिकअप सड़क से उतरकर निर्मित छोटी पुल में जा गिरी जबकि एक अन्य घटना में ट्रेलर का केबिन सड़क किनारे निर्मित नाली को छलांग लगाते हुए खेत में जा लटका।यहां पर यह भी बता दें कि ये सभी दुर्घटना प्रातःकाल के समय ही घटित हुई है और जिनकी मुख्य वजह केवल अनियंत्रित रफ्तार ही बताई जा रही है।उक्त घटनाओं के बाद से मुख्यमार्ग किनारे संचालित दुकानों व ठेले- गुमटियां लगाने वालों के मन में यह भय व्याप्त है कि किसी दिन अनियंत्रित रफ्तार की वजह से कहीं कोई भीषण हादसा न घटित हो जाए। स्थानीय नागरिकों द्वारा बेलगाम रफ्तार पर लगाम लगाने के विकल्प पर ठोस पहल किये जाने हेतु प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा किये है।