नईदिल्ली I भाजपा ने रविवार को प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद उठे विवाद के बीच उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। इसके बाद नुपुर शर्मा ने ट्विटर के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं सभी मीडिया घरानों और अन्य सभी से अनुरोध करती हूं कि मेरा पता सार्वजनिक न करें। मेरे परिवार की सुरक्षा को खतरा है। इससे पहले पार्टी की ओर से बयान जारी किया गया। पार्टी ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म या धार्मिक व्यक्ति के अपमान की कड़ी निंदा करती है।
क्या है मामला?
पार्टी से निलंबित की गईं नुपुर शर्मा ने कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान विवादित बयान दिया था। उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद से कई मुस्लिम संगठन उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। भाजपा का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब नुपुर शर्मा के बयान के बाद कानपुर में हिंसा भड़की।
क्या कहा था नुपुर शर्मा ने?
27 मई को नुपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नुपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया। आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अभद्र टिप्प्णी की। इस बयान को कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नुपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
भाजपा महासचिव ने क्या कहा?
इस बीच भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्प्णी को लेकर उठे विवाद के बीच पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करने वाली किसी भी विचारधारा के खिलाफ है। पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है। भाजपा ऐसे लोगों या विचारों को बढ़ावा नहीं देती है।