राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत गुरुवार को अचानक दिल्ली की कस्तूरबा गांधी मार्ग मस्जिद में पहुंचे तो हर कोई हैरान रह गया। इस दौरान उन्होंने ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की। यही नहीं इसके बाद मोहन भागवत मस्जिद के पास ही चलने वाले मदरसे में भी पहुंच गए और छात्रों से बात की। कहा जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय से संपर्क साधने के अभि्यान के तहत मोहन भागवत का यह दौरा हुआ। इस दौरान मोहन भागवत ने इमाम से करीब एक घंटे तक मुलाकात की। मोहन भागवत के साथ संघ के वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल, राम लाल और इंद्रेश कुमार भी थे।

मीटिंग के बाद इमाम उमर अहमद इलियासी ने तो मोहन भागवत को ‘राष्ट्रपिता’ बताया दिया और कहा कि आरएसएस चीफ उनके निमंत्रण पर मदरसा तजवीदुल कुरान में आए थे। इस दौरान उन्होंने मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों से बात भी की। इंद्रेश कुमार ने बताया कि मोहन भागवत से बच्चों की क्या बात हुई। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने बच्चों से पूछा कि आखिर वे क्या पढ़ते हैं और जिंदगी में क्या बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बच्चों ने बताया कि वे डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं। इस दौरान इमाम उमर अहमद इलियासी ने भागवत को बताया कि बच्चों को यहां मजहबी शिक्षा देने के अलावा आधुनिक विषयों की पढ़ाई भी कराई जाती है।

बच्चों से बोले मोहन भागवत- कंप्यूटर भी सीखो, काम आएगा

आरएसएस चीफ से मुलाकात के दौरान मदरसे के छात्रों ने जय हिंद और वंदे मातरम के नारे भी लगाए। मदरसे में पढ़ाने वाले महमूद हसन ने कहा कि बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में मोहन भागवत से बच्चों की मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने बच्चों से कहा कि वे इस्लामिक विषयों के अलावा कंप्यूटर के बारे में भी जानकारी हासिल करें। इससे उन्हें भविष्य में मदद मिलेगी। कहा जा रहा है कि एक घंटे की विजिट के दौरान मोहन भागवत ने बच्चों से कुरान की आयतें भी सुनीं। हसन ने कहा कि मोहन भागवत ने बच्चों से जनरल नॉलेज के सवाल भी पूछे। उनका इस बात पर जोर था कि बच्चों को इस्लामिक विषयों के साथ ही आधुनिक विषयों के बारे में भी जानकारी दी जाए।

संघ ने बताया, क्यों मस्जिद में अचानक पहुंच गए मोहन भागवत

आरसएसस के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने मोहन भागवत के मस्जिद पहुंचने पर कहा कि वह समाज के सभी क्षेत्रों के लोगों से मिलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि संघ की संवाद प्रक्रिया का यह हिस्सा है। बता दें कि संघ से जुड़ा संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच मुसलमानों के बीच काम करता है। इसके मुखिया के तौर पर इंद्रेश कुमार लंबे समय से काम कर रहे हैं।