जवान पहुंचे तो पता चला कोरोना पॉजिटिव है
छत्तीसगढ़ में सुकमा-बीजापुर बार्डर स्थित सिलगेर गांव में पुलिस कैंप का विरोध जारी है। लोग अलग-अलग गांवों से वहां पहुंचे हैं। दूसरी ओर जवान उनके परिवार का ख्याल रख रहे हैं। नक्सल प्रभावित गांव मिनपा में सर्चिंग पर जवान वहां पहुंचे तो एक महिला घर के बाहर पेड़ के नीचे खाट पर लेटी तड़प रही थी। जवानों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जांच में पता चला कि महिला कोरोना पॉजिटिव है। उसका पति कई दिनों से सिलगेर गांव गया विरोध में शामिल होने के लिए गया है।
दरअसल, चिंतागुफा से कोबरा, CRPF, DRG और STF के जवान सर्चिंग पर निकले थे। इस दौरान वे मिनपा गांव में पहुंचे। वहां पेड़ के नीचे महिला की बिगड़ती हालत देखकर जवानों ने अस्पताल पहुंचाया। वहां टेस्ट के बाद महिला को भर्ती कर लिया गया है। फिलहाल उसकी हालत ठीक है। महिला का कहना है कि समय पर इलाज मिल रहा है। अब अच्छा लग रहा है। घर पर अकेली तड़प रही थी। पानी पिलाने वाला भी कोई नहीं था, लेकिन जवानों ने अस्पताल पहुंचाया।
सिलगेर इलाके से कई ग्रामीण मिले हैं कोरोना पॉजिटिव
सिलगेर में खुले नवीन पुलिस कैंप का करीब एक महीने से ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। वहां सुकमा और बीजापुर के साथ ही तेलंगाना से लगे गांवों से भी हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे हुए हैं। इसके चलते अब संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक ही दिन में ही जांच के दौरान 80 से ज़्यादा लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके बाद प्रशासन ने उसूर इलाके को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर दिया था। वहीं पकड़े गए नक्सलियों से भी इसका पता चला है कि वह संक्रमण फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
महिला को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया गया है। जो ग्रामीण सिलगेर , मोकुर कैंप में शामिल हुए व सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित हैं तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंच कोविड की जांच कराएं। ताकि कोरोना फैलाव होने से रोकने में मदद मिल सके।
– केएल ध्रुव, SP, सुकमा