यूक्रेन पर हमले के तीसरे दिन रूस ने दावा किया कि उसने 800 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। इनमें 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट, 24 एस-300 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन शामिल हैं। इनके अलावा, यूक्रेनी नौसेना की 8 नौकाओं को भी तबाह कर दिया गया।
रूस और यूक्रेन की जंग की आंच दूसरे देशों तक पहुंचने लगी है। CNN के मुताबिक, शनिवार शाम फ्रांस की नेवी ने रूस के एक कार्गो शिप को अपने कब्जे में ले लिया। यह शिप इंग्लिश चैनल में मौजूद था। फ्रांस के इस कदम से रूस भड़क गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस शिप में बेहद कीमती कारें और कुछ इलेक्ट्रॉनिक इक्युपमेंट्स हैं। फ्रेंच नेवी और कस्टम इस शिप की जांच में जुट गए हैं। फ्रांस में मौजूद रूस के एम्बेसेडर ने एमैनुएल मैक्रों सरकार से संपर्क किया है। ज्यादा जानकारी की प्रतीक्षा है।
जंग बेहद खतरनाक मोड़ पर
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की लेटेस्ट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूक्रेन की समुद्री सीमा में मौजूद जापान के एक शिप पर मिसाइल हमला किया गया है। शिप के एक हिस्से में आग लग गई है। माना जा रहा है कि यह मिसाइल रूसी सेना ने दागी। शिप को काफी नुकसान पहुंचा है। इस शिप को टग करके रिपेयरिंग के लिए तुर्की लाया जा रहा है। इधर, न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर अमेरिका और NATO ने जंग में सीधे हिस्सा लिया तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन एटमी हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह दावा एक अफसर के हवाले से किया गया है।
जंग बेहद खतरनाक मोड़ पर
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की लेटेस्ट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूक्रेन की समुद्री सीमा में मौजूद जापान के एक शिप पर मिसाइल हमला किया गया है। शिप के एक हिस्से में आग लग गई है। माना जा रहा है कि यह मिसाइल रूसी सेना ने दागी। शिप को काफी नुकसान पहुंचा है। इस शिप को टग करके रिपेयरिंग के लिए तुर्की लाया जा रहा है। इधर, न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर अमेरिका और NATO ने जंग में सीधे हिस्सा लिया तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन एटमी हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह दावा एक अफसर के हवाले से किया गया है।
कीव पर बड़ा हमला और यूक्रेन का दावा
इससे पहले कीव पर बड़ा हमला किया गया। इससे कई रिहायशी इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा। रूस ने मेलिटोपोल शहर पर भी कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने 3500 रूसी सैनिकों, 02 टैंक, 14 विमान और 8 हेलिकॉप्टर्स को मार गिराने का दावा किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने दावा किया- हमारी मदद के लिए ब्रिटेन और अमेरिका सहित कुल 28 देश आगे आए हैं। ये हमें रूस का सामना करने के लिए हथियार और दूसरे मिलिट्री इक्विपमेंट्स देंगे।
इसके पहले हालात को देखते हुए अमेरिका ने यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए 600 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता देने का ऐलान किया।
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा। भारत, चीन और UAE ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, रूस ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस निंदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
जरूरी अपडेट्स…
- यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- रूसी सेना ने अब तक तीन बच्चों सहित 198 लोगों की हत्या की है। इस जंग में अब तक 1,115 लोग घायल हुए हैं।
- यूक्रेन के प्रधानमंत्री जेलेंस्की ने यूक्रेन को यूरोपीय संघ यानी EU की सदस्यता देने की मांग की है।
- यूक्रेन के प्रस्ताव पर रूस के वीटो के खिलाफ 50 देशों ने संयुक्त बयान जारी किया। कहा- रूस ने UNSC के प्रस्ताव को ब्लॉक करके अपनी वीटो शक्ति का दुरुपयोग किया है।
- यूक्रेन की मदद करने के लिए नीदरलैंड वहां 200 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल भेजेगा। पोलैंड, लिथुआनिया और जर्मनी आज रूस पर प्रतिबंध लगाने पर चर्चा करेंगे।
- रूस ने फ्रेंच गुयाना स्पेस स्टेशन से सभी स्पेस लॉन्च को रोक दिया है। यूरोपीय संघ यानी EU के प्रतिबंधों का जवाब देते हुए यह कदम उठाया गया है।
- रूस ने दावा किया है उसने यूक्रेन में कई हथियार जब्त किए हैं। यह पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को दिए थे।
- यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूसी विमान को मार गिराया है। इस विमान में 150 रूसी पैराटूपर्स सवार थे। कितने मारे गए और कितने बचे.. यह जानकारी नहीं दी।
- रूसी सैनिकों ने कीव के एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है। ब्रिटेन ने पुतिन और उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की सभी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया। कनाडा और यूरोपियन यूनियन ने रूस को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से बाहर करने की बात कही।
- इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, अगर पश्चिमी देशों के साथ युद्ध शुरू होता तो पुतिन परमाणु हथियार का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- फ्रांस ने यूक्रेन को 300 मिलियन यूरो की सहायता और मिलिट्री इक्विपमेंट भेजने की पेशकश की। EU में पुतिन की यूरोप में मौजूद सभी सम्पत्ति जब्त करने पर सहमति बन गई है।
- भारत ने रूस के खिलाफ प्रस्ताव पर वोट नहीं किया, जानिए 3 वजहें
1. संयुक्त राष्ट्र में भारत के रिप्रेजेंटेटिव टीएस तिरुमूर्ति ने कहा- इस बात का अफसोस है कि डिप्लोमैसी का रास्ता छोड़ दिया गया है, हमें उस पर लौटना होगा। इन सभी वजहों से भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज करने का विकल्प चुना है।
2. तिरुमूर्ति बोले- सभी सदस्य देशों को कंस्ट्रक्टिव तरीके से आगे बढ़ने के लिए यूएन के सिद्धांतों का सम्मान करना जरूरी है। आपसी मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए डायलॉग ही एकमात्र तरीका है, हालांकि इस समय यह मुश्किल लग सकता है।
3. भारत ने कहा कि यूक्रेन में हाल के घटनाक्रम से भारत बहुत ज्यादा परेशान हैं। हिंसा और दुश्मनी को जल्द खत्म करने की सभी कोशिशें की जाएं। इंसानी जान की कीमत पर कोई भी हल नहीं निकाला जा सकता है।
भारत की सबसे बड़ी फिक्र, भारतीयों की सुरक्षा: तिरुमूर्ति ने कहा कि हम यूक्रेन में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं, जिनमें सैकड़ों भारतीय छात्र भी हैं। (यूक्रेन में फंसे भारतीयों के बारे में ताजा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें…)
यूएन की बैठक में अमेरिका-ब्रिटेन तल्ख, चीन का स्टैंड भी भारत जैसा
अमेरिका: अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर बैन लगाने की बात कही। भारतीय प्रतिनिधि ने सभी विवादित मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने पर जोर दिया।
ब्रिटेन: ब्रिटिश प्रतिनिधि ने रूसी सेनाओं पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि रूसी टैंक आम लोगों को कुचल रहे हैं।
चीन: चीन ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। चीन के स्थायी प्रतिनिधि झांग जून ने कहा कि हम मानते हैं कि सभी राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। एक देश की सुरक्षा दूसरे देशों की सुरक्षा को कम करके आंकने की कीमत पर नहीं की जा सकती है।
सुबह होते ही धमाकों दहली यूक्रेन की राजधानी कीव
रूसी हमले से निपटने के लिए यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पेट्रोल बम बनाने की जानकारी शेयर की है। इसके साथ ही कीव में वॉलेंटियर्स को 18 हजार मशीनगन दी गई हैं।
सबसे बड़ी चेतावनी- रूस फादर ऑफ ऑल बॉम्ब इस्तेमाल कर सकता है
पश्चिमी देशों ने चेतावनी जारी की है कि यूक्रेन पर रूसी हमला अब तक का सबसे भयानक रूप अख्तियार कर सकता है। पुतिन यूक्रेन के खिलाफ ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं।
क्यों खतरनाक है ये बॉम्ब: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 2007 में विकसित किए गए इस बम के गिरने से सुपरसोनिक लहर उठती है, जो इसके टारगेट को भाप में बदल देती है। इसके फटने से 44 टन TNT के बराबर विस्फोट होता है। खास बात यह है कि इसे फाइटर जेट से भी गिराया जा सकता है।
रूस और यूक्रेन हमले पर 3 ताजा बयान
1. बाइडेन की चेतावनी- एक-एक इंच जमीन की हिफाजत करेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने NATO समिट अपने सहयोगियों को भरोसा दिलाया है कि वो नाटो की एक एक इंच जमीन की रक्षा करेंगे। बाइडेन ने कहा कि अपने नाटो सहयोगियों के समर्थन और यूरोप में सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए हमने अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का आदेश दे दिया है।
2. NATO का जवाब- हमला सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं
NATO के हेड जेन्स स्टोल्टेनबर्ग का कहना है कि रूस का हमला सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं है। इसलिए हम जमीन पर, समुद्र में और हवा में अपनी फोर्सेस को तैनात कर रहे हैं। 1949 में गठन के बाद NATO ने इतिहास में पहली बार अपनी रिसपॉन्स फोर्स को एक्टिव किया है।
3. यूक्रेन बोला- सीजफायर पर चर्चा के लिए तैयार
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ सीजफायर पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं। दोनों देश के डिप्लोमैट जगह और बातचीत के मुद्दे तय कर रहे हैं।
अब देखिए यूक्रेन और रूस की जंग भास्कर के कार्टूनिस्ट की नजर से…