कोरबा। कोरोना का बढ़ता हुआ दायरा और उसके कारण किया गया लॉकडाउन सभी के लिए कष्टकारी हो गया है. हर तबका इस महामारी के कारण परेशान हैं, लेकिन सबसे अधिक परेशान सब्जी उत्पादक है. जिनकी रोजी-रोटी इसी पर टिकी है. एक किसान ने अपनी सब्जी व खीरा सड़क पर फेंक कर अपना विरोध जताया.

कोरबा जिले में कोरोना के कारण बुरा हाल है. शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र भी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं. सर्वाधिक प्रभावित ग्राम कोरकोमा हुआ है. यहां का लगभग प्रत्येक घर कोरोना की चपेट में है. कंटेनमेंट एरिया बन जाने के कारण यहां से कुछ भी ले जाना व लाना मुमकिन नहीं है. किसान मेला राम केसरवानी ने अपनी सब्जी पशुओं के हवाले कर दिया.

किसान मेला राम केसरवानी की माने तो वो कई एकड़ में सब्जी लगाया हुआ है. लॉकडाउन लगने के कारण वह सब्जी बेचने शहर नहीं जा पाया, वहीं कोई थोक व्यपारी भी सब्जी लेने नहीं आया है. 5 एकड़ में लगे सब्जी बर्बाद हो रहे हैं. इसलिए वो मवेशियों को सब्जी खिला रहे हैं और जो भी बाड़ी आता है, उसे मुफ्त में दे देता है. वो चाहता है कि उसकी सब्जी सरकार समर्थन मूल्य पर ले नहीं तो वो बर्बाद हो जाएगा.