नई दिल्ली।
आज से देश में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह-सुबह देशवासियों को इसकी शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही आज से पीएम मोदी का नौ दिनों का उपवास भी शुरू हो चुका है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री शक्ति के उपासक हैं। वे दोनों नवरात्रि में नौ दिनों तक उपवास रखते हैं। इसबार उनका यह उपवास बंगाल चुनाव के बीच होने जा रहा है।
शक्ति के उपासक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 40 वर्षों से अधिक समय से उपवास करते आ रहे हैं। इस दौरान वह अधिकांश समय गरम पानी का सेवन करते हैं। 2014 में प्रधआनमंत्री बनने के बाद जह वह पहली बार अमेरिका पहुंचे थे, तो उसय देश में नवरात्रि की धूम थी। पीएम मोदी के स्वागत में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डिनर का आयोजन किया था। हालांकि इस दौरान पीएम मोदी सिर्फ गरम पानी का सेवन किया था।
नवरात्रि के दौरान ऐसी होती है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिनचर्या:
>> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोज सुबह और शाम दुर्गा पाठ के जरिए शक्ति के देवी की आराधना करते हैं। वह इस दौरान ध्यान भी लगाते हैं।
>> इन नौ दिनों में वह हर दिन पाठ के बाद सुबह-शाम देवी दुर्गा की आरती करते हैं।
>> व्रत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरम पानी और दिन में सिर्फ एकबार फल का सेवन करते हैं।
>> जब तक वह गुजरात में मुख्यमंत्री रहे तो शारदीय नवरात्रि के दौरान शस्त्र पूजा भी किया करते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह नवरात्रि व्रत बंगाल चुनाव को लेकर खास रहने वाला हैं। बंगाल में शारदीय नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की बड़े ही धूमधाम से पूजा होती है। पूरे प्रदेश में लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ नवरात्रि मनाते हैं। यह चैत्र नवरात्रि बंगाल चुनाव के बीच आया है। पीएम मोदी ने शारदीय नवरात्रि के दौरान एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बंगाल के लोगों को संबोधित भी किया था।
2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी व्रत में रहे थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने पहले कार्यकाल का हिसाब देने और दूसरे कार्यकाल के लिए जनता से वोट मांगने के लिए 2019 में चुनावी मैदान में थे तो देश में चैत्र नवरात्रि का संयोग भी बना। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को हुई थी। वहीं, 6 अप्रैल से लेकर 14 अप्रैल तक देश ने नवरात्रि मनाया था। इस दौरान पीएम मोदी ने हजारों किलोमीटर का हवाई सफर किया। भीषण गर्मी में वह गरम पाने की साथ नींबू का सेवन करते रहे।