नई दिल्ली : भारतीय विदेश मंत्रालय के तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत 6 दिसंबर को बांग्लादेश के साथ मैत्री दिवस के रूप में मनाएगा। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि, सन 1971 में इसी दिन नई दिल्ली ने ढाका को मान्यता दी थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि, “मार्च में पीएम नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान, 6 दिसंबर को मैत्री दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था।” साथ ही उन्होंने कहा कि, 1971 में बांग्लादेश की आजादी से ठीक 10 दिन पहले, 6 दिसंबर 1971 को भारत ने बांग्लादेश को मान्यता दी थी। भारत ही पहला देश था जिसने बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय और राजनयिक संबंध स्थापित किए। बांग्लादेश और नई दिल्ली के अलावा दुनिया भर के 18 देशों में मैत्री दिवस मनाया जा रहा है।

मैत्री दिवस मनाने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड और यूएई सरीखे देश शामिल हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक, नई दिल्ली स्थित Indian Council of World Affairs 6 दिसंबर को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेगी जिसमें दोनों देशों की भागीदारी होगी। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि, मैत्री दिवस का आयोजन भारत के लोगों और बांग्लादेश के लोगों के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती का प्रतिबिंब है।