छत्तीसगढ़ में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरगुजा संभाग के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम धनवार में हाथियों के दल ने जंगल किनारे मवेशियों को बांधने जा रहे पंडो जनजाति के ग्रामीण को पटक कर मार डाला। मृतक के साथ उसका पुत्र और भतीजा भी था, जिसने भाग कर अपनी जान बचाई। मृतक के शव को बुधवार को जंगल से लाया जा सका। बीते 5 दिनों से 25 हाथियों का दल धनवार क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम हाथियों का दल गान्हे पहाड़ पर था, जहां दरोगा पंडो अपने मवेशियों को बांधने अपने पुत्र मनदीप (12 वर्ष) एवं भतीजा कमलेश (16 वर्ष) के साथ जा रहा था। तभी अचानक हाथियों ने उन्हें घेर लिया। दरोगा पंडो को एक हाथी ने सूंड में लपेट कर पटक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके शव को पहाड़ से बुधवार को ग्रामीणों ने नीचे उतारा।
विधायक बृहस्पत सिंह आश्रित परिवार से मिले
घटना की सूचना पर विधायक बृहस्पत सिंह पहुंचे व परिवार के लोगों को 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि व वन विभाग द्वारा 25 हजार की सहायता राशि प्रदान की गई। मृतक दरोगा पंडों के 6 लड़के एवं 1 लड़की है, जिनके पढ़ाई एवं पालन पोषण का जिम्मा विधायक बृहस्पत सिंह ने लिया। धमनी रेंजर अजय वर्मा ने बताया कि हाथियों का दल अभी भी पास के जंगल में मौजूद है। इस कारण ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।