कोरबा/पाली – आयोग के सचिव एच.के. सिंह उइके की पदस्थापना अनुसूचित जाति जनजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, नया रायपुर होने पर आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री राजकुमारी दीवान की अध्यक्षता एवं सदस्य नीतिन पोटाई, अनुसंधान अधिकारी श्री एम.के. भुवाल,  जय सिंह राज,  संदीप नेताम,  रजनीश उरांव, श्रीमती रूबि मण्डल,  झड़ीराम साहू,  संजय गायकवाड़ व अन्य सभी स्टाफ की उपस्थिति में श्री एम.के. भुवाल जी के द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।  भुवाल जी के द्वारा  एच.के.सिंह उइके जी का कार्यकाल जिम्मेदारी पूर्वक, प्रभावशाली एवं शानदार ढंग से किया गया। विगत वर्षों में आयोग में मान. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के मार्गदर्शन में  उइके जी एवं आयोग के द्वारा जो अनुशंसा, निर्णय किया गया जो विगत वर्षों की तुलना में अधिक है। जबकि आयोग में स्टाफ की संख्या सिमित है। कम संसाधन होने के बावजूद उत्कृष्ट कार्य किया गया।
आयोग के सदस्य  पोटाई जी द्वारा अपने संबोधन  उइके जी के कार्यकाल को सराहा गया। कार्यक्षमता, योग्यता, पत्राचार, नोटशीट ड्राफ्ंिटग की तारीफ करते हुए सीखने, समझने का मौका मिला तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना किया गया।
आयोग की उपाध्यक्ष मान. सुश्री राजकुमारी दीवान द्वारा  उइके जी के कार्यकाल को बहुत अच्छा बताया गया तथा कहा गया कि वे एक योग्य तथा सक्षम अधिकारी थे।
उइके जी ने अपने संबोधन में स्थानांतरण को प्रशासनिक प्रक्रिया बताया लेकिन इस बात के लिए कुछ और कहना था-आरक्षण, पदोन्नति, बैकलाॅग, पांचवी अनुसूची क्षेत्र, पेशा कानून के नियम के क्रियान्वयन में कार्य करना शेष रह गया। उन्होंने अपने कार्यकाल में पीडि़त आदिवासी व्यक्तियों के पक्ष में कार्य कर उन्हें न्याय एवं संवैधानिक हक दिलाने का पूर्णतः प्रयास किया गया। जिसमें काफी हद तक सफल भी रहे, ऐसा कहा गया। उन्होंने आयोग के नये सचिव  के.एस. धु्रव का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त किया कि आयोग  धु्रव  जी के मार्गदर्शन में नई उचांईयों को प्राप्त करेगा।
कार्यक्रम के अंत में  एम.के. भुवाल, सहायक अनुसंधान अधिकारी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों तथा अधिकारी एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।