बस्तर।  छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के बेदरे थाना क्षेत्र से माओवादियों द्वारा अपहरण किए गए इंजीनियर व उसके सहयोगी की अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। अपहरण को 24 घंटे से भी ज्यादा समय हो गया है। इधर इंजीनियर की पत्नी सोनाली पवार ने अपने पति को सकुशल रिहा करने नक्सलियों से आग्रह किया है। इधर पुलिस भी अपने स्तर पर इंजीनियर को तलाश रही है।

बता दें कि शुक्रवार को बेदरे थाना क्षेत्र में इंद्रावती नदी पर पुल निर्माण करवा रहे निजी कंपनी के इंजीनियर अशोक पवार व उसके सहयोगी को नक्सली बंदूक की नोंक पर साथ ले गए हैं। घटना को 24 घंटों से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक दोनों की कोई सूचना नहीं मिली है। इधर इंजीनियर की पत्नी सोनाली पवार ने अपने पति को सकुशल रिहा करने की अपील माओवादियो से की है। सोनाली पवार ने कहा है कि मेरे पति रोजी रोटी के लिए काम करने बस्तर आए हुए हैं। उनके काम करने वाली जगह से कुछ गांव वाले उन्हें कहीं ले कर चले गए हैं।

माओादियों की प्रतिक्रया अब तक नहीं आई सामने 
सोनाली ने कहा कि मेरे दो छोटी-छोटी बेटियां भी हैं। हमारे पालन पोषण के लिए ही मेरे पति बस्तर काम करने गए है। हम यहां से चले जाएंगे। मैं आप सभी से अपील करती हूं की मेरे पति को रिहा कर दें। यदि मेरे पति के द्वारा कोई गलती भी किया गया होगा तो उन्हें माफ कर दें। बता दें कि अपहरण के इस मामले पर रहस्य अभी भी बरकरार है, जिसके पीछे वजह है कि अब तक माओवादियों की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि पुलिस के अधिकारियों के अनुसार अपहृत दोनों व्यक्तियों की पतासाजी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।