नई दिल्ली।

अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया है। काबुल एयरपोर्ट पर धमाकों के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि इस हमले का बदला लिया जाएगा। बता दें काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए धमाकों की जिम्मेदारी ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली थी।

गुरुवार को हुए धमाकों में अब तक 170 लोगों को मौत हो चुकी है। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिक और 2 ब्रिटिश नागरिक भी मारे गए हैं, वहीं 1276 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।

इधर, अफगानिस्तान में फिदायीन हमलों से ज्यादा लोगों में तालिबान का खौफ है। दरअसल, गुरुवार शाम 6 बजे हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशें बिछी थीं। घायल इलाज के लिए पानी में पड़े तड़प रहे थे। लेकिन आज उसी नाले की तस्वीर कुछ और थी। यहां लोगों का फिर से हुजूम उमड़ा हुआ है।

लोग तालिबान से इतने ज्यादा खौफजदा हैं कि वे किसी भी हाल में देश छोड़ना चाहते हैं। उन्हें न ब्लास्ट की फिक्र है और न ही अपने जान की। लोग शुक्रवार को भी हजारों की संख्या में नाले के ऊपर और नाले के अंदर खड़े होकर किसी भी तरह अपना डॉक्यूमेंट वैरिफाई करवाने में लगे हुए हैं ताकि तालिबानी हुकूमत के साए से दूर जा सकें।

प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान मुद्दे पर इटली के PM मारियो ड्रैगी से चर्चा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुकव्रार को इटली के पीएम PM मारियो ड्रैगी से अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए ब्लास्ट में जान गंवाने लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए आतंकी हमले की निंदा की है और अफगानिस्तान में फंसे लोगों की सुरक्षित स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान के विकास में उत्पन्न मानवीय संकट और दीर्घकालिक सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए G20 के स्तर सहित अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन जैसे G20 एजेंडा के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की। इस संदर्भ में, उन्होंने सीओपी-26 जैसे अन्य आगामी बहुपक्षीय कार्यक्रमों पर भी बातचीत की।

प्रधानमंत्री ने G20 के भीतर सार्थक रूप से विचार-विमर्श करने में इटली के गतिशील नेतृत्व की सराहना की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विशेष रूप से अफगानिस्तान की स्थिति पर संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।