बीकानेर/ बीकानेर के प्रिंस बिजय सिंह मेमोरियल (पीबीएम) अस्पताल में एक प्रसूता के साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। अस्पताल के जनाना विंग के लेबर रूम में शुक्रवार देर रात एक प्रसूता जब दर्द से कहरा रही थी तभी एक महिला कर्मचारी ने अभद्र भाषा में बात करते हुए उसे थप्पड़ मार दिया। इतना ही नहीं, नवजात शिशु के जन्म लेते ही महिला कर्मचारी ने बधाई देने के नाम पर जबरदस्ती रुपए भी ऐंठ लिए।
अस्पताल के एम वार्ड में भर्ती अक्कासर की रहने वाली प्रसूता गीता जाट ने कहा, ‘लेबर पेन होने पर शुक्रवार की रात परिवार वाले मुझे पहले गांव से गजनेर अस्पताल ले गए थे। वहां से पीबीएम जाने के लिए कहा गया। हम रात करीब 11.30 बजे पीबीएम पहुंचे। मुझे लेबर रूम ले जाया गया। दर्द ज्यादा हो रहा था। मुझे लेबर रूम का स्टाफ संभाल रहा था। इसी दौरान एक महिला कर्मचारी अभद्र भाषा में बोलने लगी। वो डॉक्टर थी या नर्स, यह मुझे नहीं पता क्योंकि मैं प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी। उसने मेरे गाल पर जोर से थप्पड़ मारा तो मैं रोने लगी।’
वहीं, गीता के भाई रामचंद्र ने बताया कि वे बहन के साथ हुए इस अभद्र व्यवहार से काफी आहत हैं। उन्होंने कहा, ‘अस्पताल की बाईजी बधाई लेने के बाद ही बच्चा देती हैं। बेटी ने जन्म लिया तो लेबर रूम की बाईजी (नर्स) बधाई मांगने लगी। उसने कहा कि बच्चा लेना है तो बधाई देनी होगी। उसने 500 रुपए मांगे पर हमने कहा कि इतने रुपए नहीं दे सकते। बड़ी मुश्किल से 200 रुपए देकर पीछा छुड़ाया। यहां मरीज अच्छे इलाज के आते हैं ना कि मार खाने। हमने जीवन में बहन से कभी तेज आवाज में भी बात नहीं की। इसे मार खाते कैसे सहन करेंगे। मैं कलेक्टर से इस बात की शिकायत करूंगा।’
इस मामले में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कमलेश यादव ने कहा कि प्रसूताओं से पैसे मांगने की शिकायत पर अभी कुछ दिन पहले ही दो नर्सिंग कर्मियों को हटाया गया था। हालांकि, हमें शुक्रवार रात की घटना की जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा पीबीएम हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही ने कहा कि घटना की जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गीता की नजदीकी जानकार आशा देवी ने बताया कि पीबीएम अस्पताल के लेबर रूम में प्रसूताओं के साथ अमानवीय व्यवहार की बात कोई नई नहीं है। उन्होंने बताया कि पैसे लेते वक्त बाई जी यह भी कहती हैं कि रुपये छुपा कर दो, यहां पर कैमरे लगे हुए हैं।
बता दें इसके पहले भी पीबीएम अस्पताल के कर्मियों द्वारा प्रसूताओं के घर वालों से बधाई मांगने की शिकायतें की जा चुकी हैं। इस अस्पताल में हर दिन औसत 40 से 60 महिलाओं का प्रसव होता है। लड़की होने पर 500 और लड़का होने पर 1500 रुपए तक मांगे जाते हैं।  यदि हर दिन औसत 40 प्रसव का आंकड़ा लेकर 500 रुपए प्रति प्रसव के हिसाब से बधाई लेने की गणना करें तो एक दिन में 20 हजार रुपए की कमाई महिला सहायक कर्मी (बाईजी) कर रही हैं। जबकि कानून जुर्म है।