मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना में जारी सियासी संकट के बीच में लोग आजकल दो महिलाओं की चर्चा करते दिख रहे हैं। इन दो महिलाओं ने उद्धव ठाकरे से सीधा मोर्चा लिया। नतीजे में एक के दफ्तर को तोड़ा गया, तो दूसरी को काफी दिन तक जेल में रहना पड़ा। बावजूद इसके इन महिलाओं ने उद्धव के सामने घुटने नहीं टेके और उन्हें चुनौती दर चुनौती देती रहीं। एक महिला ने तो उद्धव को बददुआ भी दी। अब ये चर्चा आम है कि इन महिलाओं से पंगा लेना ही उद्धव के परिवार के लिए मुश्किल बनकर आया है। तो चलिए, जानते हैं कि दो महिलाएं आखिर हैं कौन, जिन्होंने उद्धव से टक्कर ली।
उद्धव से टक्कर लेने वाली पहली महिला का नाम है एक्टर कंगना रानौत। महाविकास अघाड़ी और शिवसेना के बारे में बयान देने के बाद बीएमसी ने 2020 में कंगना का दफ्तर गिरा दिया था। कंगना पर केस भी दर्ज हुआ था। इस पर कंगना ने बददुआ के अंदाज में कहा था कि उद्धव ठाकरे, तुम्हे क्या लगता है कि तुमने मुझसे बदला लिया है? आज मेरा घर टूटा है, कल तुम्हारा घमंड टूटेगा। कंगना ने ये भी कहा था कि आप इतिहास देख लीजिए। जिसने भी नारी का अपमान किया, उसका पतन निश्चित तौर पर हुआ है। कंगना की ये बात आज ठाकरे खानदान पर सही साबित होती दिख रही है।
अब उद्धव से टकराने वाली दूसरी महिला की बात कर लेते हैं। उनका नाम नवनीत राणा है। एक्टर से सांसद बनीं नवनीत ने पिछले दिनों एलान किया था कि वो अपने विधायक पति रवि राणा के साथ उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ेंगी। इसके बाद नवनीत और रवि राणा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। नवनीत ने तब कहा था कि उद्धव ठाकरे के पास पावर है, तो वो इतना अत्याचार कर रहे हैं। नवनीत ने बाकायदा उद्धव को चुनौती तक दी थी कि महाराष्ट्र में जिस भी जिले से वो चुनाव लड़ेंगे, उनके खिलाफ वो मोर्चा संभालेंगी।