शहडोल-भोपाल। शहडोल मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात करीबन 12 बजे ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर कम होने से 6 कोविड मरीजों की मौत हो गई. सभी मरीज आईसीयू में भर्ती थे. हालांकि, मेडिकल कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन के आंकड़ों में अंतर है. वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ऑक्सीजन की कमी की बजाए मरीजों के क्रिटिकल कंडीशन को उनकी मौत का जिम्मेदार बताया है. हालांकि, उन्होंने मामले की जांच कराए जाने की बात कही है.
बता दें कि शहडोल मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात करीबन 12 बजे ऑक्सीजन की कमी के आईसीयू में भर्ती मरीज तड़पने लगे. स्थिति को देखते हुए अस्पताल में हड़कंप मच गया और मेडिकल प्रबंधन ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर बनाने के लिए सिलेंडरों की व्यवस्था में जुट गया. ऑक्सीजन की कमी होते ही मरीज अपने -अपने मास्क को हाथ से दबाकर सांस लेने का प्रयास करते रहे. घटना में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने 6 मौतों की पुष्टि की. वहीं शहडोल अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने 12 मौत होने की जानकारी दी.
कांग्रेस के नेता व्यवस्था खराब कर रहे
इधर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने घटना के लिए ऑक्सीजन की कमी को नकारते हुए मरीजों की स्थिति को उनकी मौत के जिम्मेदार ठहराया है. वहीं उन्होंने स्पष्ट किया कि भोपाल में किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. इसके अलावा उन्होंने झूठ बोलने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता सिर्फ बयानवीर बनकर व्यवस्था को खराब कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने हमीदिया से चोरी हुए रेमडिसिवर इंजेक्शन मामले की जांच तेजी से जारी रहने की बात कही है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाश ने बताया दुखद
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहडोल की घटना को बेहद दुखद बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अब शहडोल में ऑक्सिजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद ख़बर ? भोपाल , इंदौर , उज्जैन , सागर , जबलपुर , खंडवा , खरगोन में ऑक्सिजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी ?
आख़िर कब तक प्रदेश में ऑक्सिजन की कमी से यूँ ही मौतें होती रहेगी ? शिवराज जी आप कब तक ऑक्सिजन की आपूर्ति को लेकर झूठे आँकड़े परोसकर, झूठ बोलते रहेंगे, जनता रूपी भगवान रोज़ दम तोड़ रही है ? प्रदेश भर की यही स्थिति , अधिकांश जगह ऑक्सिजन का भीषण संकट ?