लगातार बढ़ते सायबर अपराध के बीच कहीं आप भी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए है तो डरने की आवश्यकता नहीं है। किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी होने पर आपका पैसा ट्रांजेक्शन के बाद भी लौट आएगा, लेकिन उसके लिए आपकों 155260 नंबर पर कॉल करना होगा। यह टेलीफोन नंबर स्टेट सायबर क्राइम पुलिस, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) समेत सभी बैंकिंग सेक्टर फायनेंसियल ट्रांजेक्शन से जुड़ा हुआ है। वशर्ते समय पर कॉल करना पड़ेगा।
प्रकाश भोमरकर
ऑनलाइन ठगी पर खाते से पैसा कटते ही 155260 पर कॉल करें। आपका पैसा लौट आएगा। ट्रांजेक्शन आईडी और कुछ जानकारी देते ही पैंमेंट पर लगेगा होल्ड, पांच महीने में अब तक करोंड़ों रुपए कराए वापस हुए हैं। दरअसल, यह नंबर मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर (एमएचए) द्वारा पांच महीने पहले जारी किया गया है। इस नंबर पर कॉल करते ही आॅनलाइन ठगी का रुपए आपके खाते में आसानी से लौट आएगा, लेकिन इस नंबर का 155260 अधिकतर लोगों को पता नहीं है। यूपीआई और अन्य लेनदेन के लिए यदि आप कोई एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं तो आपकों ट्रांजेक्शन आइडी समेत उस नंबर की ट्रांजेक्शन आईडी का ज्ञान होना जिस पर ट्रांजेक्शन हुआ है।
कुछ ही जानकारी नंबर पर करें साझा
इस नंबर पर कॉल करते ही आपका संपर्क राज्य सायबर क्राइम पुलिस के उस अधिकारी से होगा, जो आपकी समस्या का समाधान करने के लिए मौजूद है। वह आपसे कुछ जानकारियां लेगा और आपके खाते में आपका कटा हुआ बैंक बैलेंस लौट आएंगा। इसके अलावा जिसके खाते में पैमेंट हुआ है उस व्यक्ति की भी जानकारी पुलिस आसानी से जुटा सकेगी। ताकि सायबर ठग तक पहुंचा जा सकेगा। केवल इन जानकारियों को करें साझा 155260 पर कॉल करते ही सायबर का नोडल अधिकारी आपसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां पूछेगा जैसे की आपका नाम, आपका अकाउंट नंबर, आपका वह मोबाइल नंबर जो बैंकिंग लेनदेन के लिए आपने जोड़ा है। इसके अलावा ट्रांजेक्शन आईडी भी आपसे पूछी जाएगी। आपसे पिन नहीं पूछा जाएगा और आपकों को अपना पिन नंबर नहीं बताना है। जानकारी देते ही पैमेंट स्टाप होकर आपका पैसा आपके खाते में आसानी से लौटाया जा सकेगा।