मुद्री चक्रवात जवाद के रूप में मंडरा रहा खतरा टलता दिख रहा है। मौसम विभाग ने बताया है, बंगाल की खाड़ी में उठा यह चक्रवात कमजोर हो रहा है। यह अब पुरी के पास गहरे अवदाब के रूप में प्रवेश करेगा। उसके बाद कमजोर होते हुए पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा। प्रदेश से दूर होने की वजह से इस तंत्र का असर प्रदेश के मौसम पर होने की संभावना लगभग कम हो गई है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, जवाद चक्रवाती तूफान पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में 16.4 डिग्री उत्तर और 84.8 डिग्री पूर्व में स्थित है। इसके क्रमशः कमजोर होते हुए उत्तर दिशा में अगले 12 घंटे तक चलते रहने की संभावना है। यह तूफान, 5 दिसंबर की दोपहर को उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में ओडिशा तट की ओर लगभग “पुरी’ के पास एक गहरे अवदाब के रुप में पहुंचेगा। इसके बाद यह लगातार कमजोर होता जाएगा।
संभावना जताई जा रही है, यह लगातार कमजोर होते हुए उत्तर- उत्तर पूर्व की ओर ओडिशा तट से पश्चिम बंगाल तट की ओर आगे बढ़ेगा। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, इस तंत्र के छत्तीसगढ़ से दूर हो जाने के कारण इसका असर 5 दिसंबर के मौसम पर नहीं रहेगा। छत्तीसगढ़ में 5 दिसंबर का मौसम शुष्क (ड्राई) रहने की संभावना नहीं है। तापमान में भी कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। लेकिन 6 दिसंबर से प्रदेश के न्यूनतम तापमान मे गिरावट की संभावना बन रही है।