प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पानीपत में 909 करोड़ रुपये की लागत से 35 एकड़ में बने सेकेंड जेनरेशन (2जी) के एक एथेनॉल प्लांट का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने पिछले दिनों काले पकड़े पहनकर सरकार का विरोध करने पर विपक्ष को घेरा. पीएम ने कहा कि हमारे देश में भी कुछ लोग हैं, जो नकारात्मकता के भंवर में फंसे हुए हैं, निराशा में डूबे हुए हैं. सरकार के खिलाफ झूठ पर झूठ बोलने के बाद भी जनता ऐसे लोगों पर भरोसा करने को तैयार नहीं है. ऐसी हताशा में ये लोग अब काले जादू की तरफ मुड़ते नजर आ रहे हैं.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा-‘हमने 5 अगस्त को देखा कि कैसे काले जादू को फैलाने का प्रयास किया गया. ये सोचते हैं कि काले कपड़े पहनकर उनकी निराशा-हताशा का काल खत्म हो जाएगा, लेकिन उन्हें पता नहीं कि वो कितनी ही झाड़-फूंक कर लें, कितना ही काला जादू कर लें, जनता का विश्वास अब उन पर दोबारा कभी नहीं बन पाएगा. काले कपड़ों को लेकर बेमतलब मुद्दा बना रहे पीएम वहीं कांग्रेस ने पीएम के इन आरोपों तुरंत जवाब दे दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया- ये काला धन लाने के लिए तो कुछ कर नहीं पाए, अब काले कपड़ों को लेकर बेमतलब का मुद्दा बना रहे हैं. देश चाहता है कि प्रधानमंत्री उनकी समस्याओं पर बात करें लेकिन जुमला जीवी कुछ भी बोलते रहते हैं. रेवड़ी कल्चर से आत्मनिर्भर नहीं बनेगा देश नरेंद्र मोदी ने मुफ्ते की रेवड़ी देने के कल्चर पर कहा कि अगर राजनीति में ही स्वार्थ होगा तो कोई भी आकर पेट्रोल-डीजल भी मुफ्त देने की घोषणा कर सकता है. ऐसे कदम हमारे बच्चों से उनका हक छीनेंगे, देश को आत्मनिर्भर बनने से रोकेंगे.ऐसी स्वार्थ भरी नीतियों से देश के ईमानदार टैक्स पेयर का बोझ भी बढ़ता ही जाएगा. उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ऐसी घोषणाएं करने वाले कभी नई टेक्नोलॉजी पर निवेश नहीं करेंगे. वो किसान से झूठे वादे करेंगे, लेकिन किसानों की आय बढ़ाने के लिए इथेनॉल जैसे प्लांट कभी नहीं लगाएंगे.
जैविक ईंधन प्लांट से होगा पराली का निपटारा
पीएम मोदी ने कहा कि खेल के मैदान में जो ऊर्जा हरियाणा के खिलाड़ी दिखाते हैं, वैसे ही अब हरियाणा के खेत भी ऊर्जा पैदा करके दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि पानीपत के जैविक ईंधन प्लांट से पराली का बिना जलाए भी निपटारा हो पाएगा. पराली जलाने से धरती मां को जो पीड़ा होती थी, उस पीड़ा से धरती मां को मुक्ति मिलेगी. पीएम ने कहा कि पराली किसानों के लिए बोझ थी, परेशानी का कारण थी, वही उनके लिए, अतिरिक्त आय का माध्यम बनेगी. जिन लोगों में राजनीतिक स्वार्थ के लिए शॉर्ट-कट अपनाकर, समस्याओं को टाल देने की प्रवृत्ति होती है, वो समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं कर सकते.