नई दिल्ली। केंद्र सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ोतरी की घोषणा की है. जिसे देश के प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक देवेंद्र शर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जो बढ़ोतरी हुई है वह महंगाई दर के हिसाब से कम है. स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार एमएसपी दिया जाना चाहिए था.
सामाजिक कार्यकर्ता और संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि MSP दर की घोषणा छह माही मजाक बन गया है. सरकार एक बार फिर से नियमित और अल्प वार्षिक वृद्धि को ऐतिहासिक घोषणा के रूप में किसानों को देने की कोशिश कर रही है. इस साल भी यही मजाक हो रहा है. वास्तव में इसे रुपयों के बजाय प्रतिशत में देखना चाहिए. प्रतिशत में देखें तो एक से 5 तक की बढ़ोतरी हुई है. जो कि पिछले साल बढ़ी हुई कीमतों से कम है. दरअसल बढ़ोतरी नहीं घटोतरी है.