नई दिल्ली। भारत सरकार ने बुधवार को प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव (PLI) स्कीम के लिए 76,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। इसके तहत अब देश में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले बोर्ड का निर्माण किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप्स का डिजाइन, फैब्रिकेशन और पैकेजिंग के लिए पूरा इको-सिस्टम देश में स्थापित होगा।
वहीं, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस योजना में अगले पांच से छह वर्षों में सेमीकंडक्टर उत्पादन में 76,000 करोड़ रुपये के निवेश की परिकल्पना की गई है। महत्वाकांक्षी परियोजना का नाम प्रोग्राम फॉर डेवलपमेंट ऑफ सेमीकंडक्टर्स एंड डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इको-सिस्टम रखा गया है।
भारत सरकार का कहना है कि इस स्कीम से भारत दुनिया का बड़ा मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग देश बन जाएगा। इससे तकनीक के क्षेत्र को बहुत फायदा होगा और रोजगार भी बढ़ेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस समय दुनिया चिप की कमी से गुजर रही है, जिसकी वजह से 169 इंडस्ट्री का बुरा हाल हो गया है। माना जा रहा है कि ये संकट कोरोना वायरस की कारण उत्तपन हुआ है। इन चिप का इस्तेमाल मोबाइल, लैपटॉप, डेटा सेंटर, टैबलेट समेत कई सारे डिवाइस में किया जाता है। इस आपदा को अवसर में बदलने के लिए भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण पर बड़ा फैसला लिया है।