Neeraj Chopra Injury: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के शुरू होने से ठीक पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए है. बताया जा रहा है कि विश्व चैंपियनशिप के दौरान जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण नीरज चोपड़ा ने यह फैसला लिया है. जिससे भारत की एथलेटिक्स में पदक की संभावनाओं को करारा झटका लगा. बता दें कि कॉमनवेल्थ खेल गुरुवार से शुरू होंगे.

विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता था ऐतिहासिक रजत पदक

नीरज चोपड़ा ने रविवार को यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऐतिहासिक रजत पदक जीता था. इस 24 वर्षीय ओलंपिक चैंपियन को बर्मिंघम में पुरुषों के भाला फेंक में अपने खिताब का बचाव करना था. नीरज चोपड़ा के हटने का मतलब है कि कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स के साथ उनका मुकाबला देखने को नहीं मिलेगा.

आईओए के महासचिव ने कही ये बात

भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि नीरज चोपड़ा का सोमवार को अमेरिका में एमआरआई किया गया और उन्हें एक महीने के विश्राम की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की आज सुबह अमेरिका से फोन पर मुझसे बात हुई और उन्होंने फिटनेस चिंताओं के कारण बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने में असमर्थता जताई. राजीव मेहता ने कहा कि यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के बाद चोपड़ा ने सोमवार को एमआरआई कराया था और उनकी चिकित्सा टीम ने उन्हें एक महीने विश्राम करने की सलाह दी है.

नीरज चोपड़ा के संपर्क में हैं एएफआई के अध्यक्ष

न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट में नीरज चोपड़ा के करीबी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उनके मांसपेशियों में मामूली खिंचाव है, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें विश्राम करने की सलाह दी गई है. नीरज चोपड़ा ने विश्व चैंपियनशिप में अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर भाला फेंक कर रजत पदक जीता था. तब वह असहज महसूस कर रहे थे. चोपड़ा ने अपनी स्पर्धा के बाद कहा था कि मैंने सोचा कि मेरा चौथा थ्रो उससे भी आगे जा सकता था. उसके बाद मुझे अपनी जांघ में कुछ खिंचाव महसूस हुआ और मैं अगले दो प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने कहा कि वह चोपड़ा के संपर्क में हैं ताकि उन्हें चोट से उबरने में मदद कर सकें.