*कोरबा छत्तीसगढ़; एक मीटर एक लाइन पर दो बिजली बिल का मामला*,
*जांजगीर जिला में बिजली बिल बकाया 242 करोड़ पार*
चाऊर वाला बाबा गईस तो कका आईस बिजली विभाग का कहीस ? जरूर पढ़ें!
नौ वर्ष में विभाग ने कोरबा के बिजली उपभोक्ता का दोनों बिजली बिल के रकम को वसूल नहीं कर सके, क्षेत्रीय विभाग का कहना हमारे कार्यालय से बिल ही नहीं बनाई गई है।
अब 4 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय आयोग दिल्ली में उन दोनों बिजली बिल का फैसला होना है।
अधिक जानकारी के लिए-
प्रकरण RP/1352/2015
Ncdrc केस स्टेटस सर्चिंग करें।
वही जांजगीर जिला में लोगों की बिजली बिल बकाया 242 करोड़ पार हो चुका,
डिपार्टमेंट सीएसपीडीसीएल का छूट रहा पसीना…
मिली जानकारी अनुसार बकाया वसूलने 7 हजार लोगों की बिजली लाइन काटी गई है।
बिजली विभाग द्वारा समय-समय पर अनेक कारनामे देखने-सुनने को मिलती रही है,
कहीं ऐसा तो नहीं कि 7 हजार लोगों को अनेक वर्षों तक अंधेरे में रखने की बिजली अधिकारियों की साज़िश या योजना बनाई गई है।
लोगों ने बिजली बिल जमा क्यों नहीं किए ?
जैसे कि कोरबा के एक मीटर जांच में दो बिल देकर तीन बार लाइन काट कर बिना रकम जमा लिए ही तीनों बार उपभोक्ता के मीटर की लाइन को जोड़ दिया गया है।
सरकार को यह भी सोचना होगा कि विभाग के अधिकारियों द्वारा कहीं जांजगीर जिला के उपभोक्ताओं पर ज्यादती तो नहीं किया गया है।
जिन लोगों ने पैसा जमा नहीं किया है। उनके घरों की बिजली काटी जा रही है।
जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में बिजली विभाग पर उपभोक्ताओं का बकाया अब तक के उच्च्तम स्तर पर पहुंच चुका है। जिसकी रिकवरी में विभाग के कर्मचरियों के पसीने छूट रहे हैं। अब विभाग ने सख्ती भी बरतना शुरू कर दिया है और लगातार लाइन काटे जा रहे हैं। विभाग को सबसे ज्यादा परेशान सरकारी विभाग से बिल कलेक्शन में हो रही है।
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के सरकारी और निजी उपभोक्ताओं के बिजली बिल का बकाया 242 करोड़ 92 लाख 16 हजार 415 रुपए पहुंच गया है। जिसमें से सरकारी विभागों के 83 करोड़ 12 लाख 13 हजार 304 रूपए का बकाया है।
वहीं उद्योगों और घरेलू उपभोक्ताओं का भी 159 करोड़ 80 लाख 3 हजार 111 रूपए बकाया है। जिनसे बिल वसूलने विभागीय अधिकारी कर्मचारी दिन रात पसीना बहा रहे हैं। मगर फिर भी टारगेट पूरा नहीं हो पा रहा है। इस वजह से अब लाइट काटने का काम किया जा रहा है।
चेतावनी के बाद कुछ उपभोक्ताओं ने बिल जमा भी करवा दिया है।
7 हजार लोगों के कनेक्शन कट गए सीएसपीडीसील अधीक्षण यंत्री बाहुबल जैन ने बताया कि अब तक 7000 ऐसे उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गये हैं जिनसे लगभग 18 करोड़ 64 लाख 82 हजार की रिकवरी की जानी थी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी विभागों से वसूली में दिक्कत आ रही है। जिसकी वजह से उन्हें अल्टीमेटम दिया गया है। फिर भी बिजली बिल नहीं जमा हुआ तो विभागों के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। अधीक्षण यंत्री ने बताया कि जिले के 7692 उपभोक्ताओं से लगभग 5 करोड़ 42 लाख 94 हजार रुपए की रिकवरी ही अब तक की गई है