नई दिल्ली |
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश के ज्यादात हिस्सों में तबाही मचा रखी है। दिल्ली, मुंबई से लेकर लखनऊ तक का कोरोना से हाल बेहाल है। न सिर्फ कोरोना के केसों में बढ़ोतरी हो रही है, बल्कि मौतों का आंकड़ा भी अब बढ़ता जा रहा है। हालांकि, मौतों के बढ़ते ग्राफ के बीच राहत की बात है कि देश के दस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस की वजह से एक भी मौत सामने नहीं आई है। वहीं, इसी दौरान देशभर में 1100 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, लद्दाख, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, लक्षदीप, अंडमान एंव निकोबार और अरुणाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना से एक भी शख्स की जान नहीं गई है। वहीं, दूसरी ओर महाराष्ट्र, दिल्ली और यूपी की बात करें तो यहां कोरोना वायरस से हर दिन मौतें हो रही हैं।
भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,42,91,917 हो गई है और इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 1,185 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 1,74,308 हो गई है। देश में 19 सितंबर, 2020 के बाद से एक दिन में सर्वाधिक लोग मारे गए हैं।
संक्रमण के मामलों में लगातार 37वें दिन वृद्धि हुई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 15,69,743 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 10.98 प्रतिशत है जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 87.80 प्रतिशत रह गई है। सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज 12 फरवरी को थे। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,25,47,866 हो गई है और मृत्यु दर गिरकर 1.22 प्रतिशत हो गई है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे।