मुंबई, 7 जुलाई 2021 ।प्यार की मिसाल के तौर पर लोग आज भी हीर-रांझा, लैला मजनू और सोनी-महिवाल की जोड़ियों को किस्से सुनाते हैं और कहते हैं कि उनके जैसा प्यार इस दुनिया में किसी ने भी नहीं किया। लेकिन दिलीप कुमार और सायरा बानो की जोड़ी भी एक ऐसी जोड़ी है जिससे सच्चे और निस्वार्थ प्रेम के लिए हमेशा याद किया जाएगा। सायरा बानो 12 साल की कमसिन उम्र से ही दिलीप कुमार को चाहने लगी थीं। तभी से उन्होंने मन बना लिया था कि उनका हमसफर कोई होगा तो वह हैं दिलीप कुमार।

दिलीप कुमार की मोहब्बत के किस्से भी कम लोगों को ही मालूम हैं। एक जमाना था जब विलायत से लौटीं सायरा बानो से मिलने वह हर रोज रात को चेन्नई से आ जाया करते थे। और, सुबह की फ्लाइट पकड़कर फिर शूटिंग करने चले जाते थे। सायरा बानो को पहली बार दिलीप कुमार अपनी कार में घुमाने ले गए तो इसके लिए उन्होंने बाकायदा सायरा बानो की मां और दादी से अनुमति ली। इस पहली सैर में ही दिलीप कुमार ने सायरा बानो के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया था। हालांकि, तब सायरा बानो को लगा था कि दिलीप कुमार यूं ही उन्हें इम्प्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं।

साल 1966 में दिलीप कुमार और सायरा बानो ने शादी की। तब से यह जोड़ा हिंदी फिल्मों में होने वाली शादियों के लिए एक मिसाल बना हुआ है। इन दोनों ने एक साथ जिंदगी के उतार-चढ़ाव देखे हैं और उनका डटकर सामना भी किया है। अपनी शुरुआती जिंदगी को याद करते हुए सायरा ने हाल ही में बताया था कि अपने शुरुआती करियर में दिलीप कुमार और वह खुद भी एक साथ अच्छा काम कर रहे थे। सायरा ने कहा कि दिलीप साहब ने अपनी जिंदगी में जितनी अच्छी फिल्में की हैं, उन्होंने उससे भी कम फिल्में कीं।

एक इंटरव्यू में सायरा ने बताया था कि पहली बार जब दिलीप कुमार उन्हें देखकर मुस्कुराए थे तभी कहीं उनके दिल में ये बात आ गई थी एक दिन वो एक्टर की पत्नी बनेंगी। इसके बाद सायरा बानो फिल्म की तरफ रुख किया और एक सक्सेसफुल अभिनेत्री बनकर ऊभरीं उन्हें कई दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम किया। इस दौरान सायरा बानो को बॉलीवुड अभिनेता राजेंद्र कुमार से प्यार हो गया। हालांकि राजेंद्र कुमार शादी-शुदा थे और बाल-बच्चों वाले थे। जब ये बात ये बात सायरा बानो की मां को पता चली तो उन्हें बहुत बुरा लगा। उन्होंने अपनी बेटी को बहुत समझाया। इसके बाद सायरा बानो को खुद दिलीप कुमार ने भी समझाया और तभी सायरा बानो ने उनसे ही शादी करने की बात कह डाली। जिसे दिलीप कुमार जी ने स्वीकार कर लिया।

दिलीप कुमार ने खुद सायरा के साथ इस पहली मुलाकात का जिक्र किया था। दिलीप कुमार ने बताया था, ‘जब मैं कार से उतरकर गार्डन एरिया से होते हुए सायरा के घर की तरफ बढ़ा तो मेरी नजरें सायरा पर पड़ीं जो अपने नए घर के आहते में ब्रोकेड की साड़ी पहने खड़ी थीं। मैं हैरान रह गया क्योंकि वह अब कोई छोटी सी लड़की नहीं थीं, जिसके साथ मैं काम करने से बच रहा था। मुझे लगता था कि मेरी हिरोइन के लिहाज से वह बहुत छोटी हैं। वह तो मेरी उम्मीद से भी कहीं ज्यादा खूबसूरत निकलीं। मैं बस आगे बढ़ा और सायरा बानो से हाथ मिलाया। बस वह वक्त वहीं ठहर गया।’

दिलीप कुमार को पाने के लिए ही सायरा बानो ने फिल्मी दुनिया चुनी थी। जब दिलीप कुमार ने पहली मुलाकात में सायरा बानो की खूबसूरती की तारीफ की तो सायरा मन ही मन खुश थीं और सोच रही थीं कि मैं तो इस शख्स की पत्नी बनने जा रही हूं। इसका जिक्र सायरा ने एक इंटरव्यू में किया था। दिलीप कुमार और सायरा की जोड़ी बनाने में सायरा की मां और ऐक्ट्रेस नसीम बानो ने बड़ा रोल प्ले किया था। बताया जाता है कि नसीम बानो ने ही दिलीप कुमार से कहा था कि वह सायरा को शादी के लिए प्रपोज करें और रिश्ते की बात करें। बस फिर क्या था। सायरा बानो को तो जैसे उस पल का इंतजार था। सायरा ने प्रपोजल स्वीकार कर लिया और 11 अक्टूबर 1966 को दोनों ने शादी कर ली।