चाइना कनेक्शन; खाते फ्रीज कर 107825 अमरीकी डालर की ठगी ,

 

चिकित्सक से दोस्ती बढ़ाकर किया धोखा

राजनांदगांव (दैनिक नव ऊर्जा)। छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिला की पुलिस द्वारा सीमा-पार हुए क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी (शू झू पान) मामले में बड़ी कार्रवाई कर करोड़ों रुपये की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज की गई है। क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य में पहली तरह का अपराध दर्ज किया गया है और इस धोखाधड़ी को सुलझाने में राजनांदगांव पुलिस को सफलता मिली है। ग्लोबल एंटी स्कैम आर्गेनाईजेशन के अनुसार, शू झू पान स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की धोखाधड़ी करते हैं।

जानकारी के मुताबिक इस धोखाधड़ी के पीड़ित डॉ. अभिषेक पाल निवासी राजनांदगांव ने पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से इस नए तरह के अपराध की शिकायत की थी। कोतवाली में अपराध क्रमांक 264/2022 पर धारा 420, 406 भादवि और 66, 66डी आई.टी. एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव गौरव राय आईपीएस द्वारा मामले की विवेचना की गई। 3 महीने के भीतर पुलिस द्वारा प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी शा झू पान (चीनी में अर्थ – रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा लिया गया।

पुलिस ने बताया कि संदिग्ध एना-ली ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ. अभिषेक पाल से दोस्ती की और फिर पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जो कि लंदन में पंजीकृत एक सेेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट insaf&.com के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा दिया। पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35,000 अमरीकी डालर की राशि 31 लाख रुपये का निवेश किया था और उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 107825 अमरीकी डालर हो गया था। बाद में जब पीड़ित ने अपने रूपये निकालने की कोशिश की तो संदिग्ध एना-ली ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और उससे 107825 अमरीकी डालर की ठगी की।

0 इंस्टाग्राम स्टार का उपयोग कर बनाया नकली खाता

विवेचना के दौरान पता चला कि संदिग्ध एना-ली ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए ताइवान के ताइपे नामक जगह की एक इंस्टाग्राम स्टार स्टेफ़नी तेह की तस्वीरों का उपयोग कर एक नकली खाता बनाया था। फिर क्रिप्टोकरेंसी के प्रवाह का विश्लेषण करने के लिए एक क्रिप्टोकरेंसी ट्रेल का मैप तैयार किया गया। सैकड़ों वॉलेट पते और हजारों लेन-देन का विश्लेषण करने के बाद तीन वॉलेट पते वापस बायनेंस से जुड़े हुए पाए गए। उपयोगकर्ता खाते लियू कियांग, विंग सैन त्से और गुओ पैन के नाम से पंजीकृत मिले जो सभी चीनी राष्ट्रीयता के हैं। अनुसंधान अधिकारी के अनुरोध पर तीनों उपयोगकर्ता के खातों जिसमें 4 करोड़ रुपए हैं, को फ्रीज कर दिया गया और पुलिस द्वारा जब्त करने की प्रक्रिया जारी है। यह संभव है कि कई भारतीय हैं जो शू झू पान स्कैम के शिकार हो सकते हैं। Honi Global ¥oUU OKX.com जैसे अन्य क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों ने सूचना साझा करने में कानून प्रवर्तन अनुरोधों के साथ सहयोग नहीं किया, जो इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए अधिक विनियमन की आवश्यकता को दर्शाता है।

0 चीन से संचालित होता है रोमांटिक घोटाला

‘शू झू पान एक प्रकार का घोटाला है जो आमतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया में उत्पन्न होता है, जो अक्सर चीन से होता है। उक्त ठगी की मुख्य विशेषता यह है कि संदिग्ध शख्स धोखा देने के लिए पीड़ित के साथ धीरे-धीरे दोस्ती का संबंध बनाता है। CipherBlade के अनुसार, ये बड़े कॉरपोरेट हैं जो कॉरपोरेट जैसी संरचना में चलते हैं। अक्सर इनके अपने कार्यालय होते हैं जिनमें कई कर्मचारी और अधिकारी संगठित रूप से कार्य करते हैं। कोई व्यक्ति विशेष अकेले इसे नहीं चलाते हंै। इस संगठित अपराध के पैमाने का हवाला देने के लिए जांच में पाया गया कि 2000 से अधिक सेल (विक्रय) कंपनियां लंदन में उसी पते पर पंजीकृत हैं जहां ब्रोकर पंजीकृत था और सभी कंपनियों के डायरेक्टर चीन के निवासी हैं। CipherBlade के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड में लगभग 40 फीसदी जांच शू झू पान घोटाले से संबंधित हैं। ग्लोबल एंटी स्कैम आर्गेनाईजेशन के अनुसार शू झू पान स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की ठगी करते हैं और इस प्रकार का संगठित अपराध सिंडिकेट मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग में भी शामिल है। 2021 में एफबीआई ने केवल अमेरिका में इस तरह के घोटालों से 1 बिलियन अमरीकी डालर के नुकसान की सूचना दी है। हालांकि ये आंकड़े निचले स्तर पर हैं क्योंकि ऐसे कई अपराध दर्ज ही नहीं होते हैं।

0 राजनांदगांव पुलिस की अपील

राजनांदगांव पुलिस ने अपील की है कि इंटरनेट पर मिले किसी व्यक्ति के अनुरोध पर ऐसे किसी भी घोटाले में निवेश न करें। इतना बड़ा मुनाफा देने वाली कोई स्कीम जो टू गुड टु बी ट्रू होता है, ज्यादातर घोटाले होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी स्वयं अत्यधिक अस्थिर और जोखिम भरी संपत्ति है। निवेश करने से पहले उचित शोध कर लेने से व्यक्ति ऐसे घोटालों के जाल में फंसने से बच सकता है।