भोपाल। राजधानी भोपाल में स्थित चिरायु अस्पताल को सरकार और उसके आदेश की जरा भी परवाह नहीं. यह हम नहीं बल्कि जो मामले सामने आ रहे हैं, वो इस ओर ही इशारा कर रहे हैं. अभी हाल ही में चिरायु अस्पताल की मरीज के परिजनों के साथ अमानवीयता का मामला ठंडा हुआ नहीं था कि एक बार फिर अस्पताल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश को मानने से इंकार कर दिया और आयुष्मान योजना के तहत कार्ड धारी का निशुल्क इलाज करने से मना कर दिया. जिसको लेकर संघ से बीजेपी में शामिल हुए चेतन भार्गव ने चिरायु अस्पताल की पोल खोली है. उन्होंने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई है.

चेतन भार्गव ने सीएम शिवराज को ट्विट करते हुए कहा कि दोपहर 12 बजे से सागर के विट्ठल दांगी और प्रीति ठाकुर चिरायु अस्पताल में खड़े हैं. चिरायु का प्रबंधन उनका आयुष्मान कार्ड से इलाज करने का मना कर रहा है. आप इन गरीबों की मदद कीजिए.

बता दें कि चेतन भार्गव आरएसएस के पूर्व शारीरिक प्रमुख और पूर्व विभाग प्रचारक हैं. अब इन्हें चिरायु अस्पताल में अपने परिचितों का आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है. अस्पताल की मनमानी को लेकर उन्होंने सीएम शिवराज सिंह से मदद की गुहार लगाई है.

बीते दिनों चिरायु अस्पताल में एक कोरोना मरीज के बेटे के साथ बदतमीजी का वीडियो वायरल हो रहा था. वीडियो में अकड़ के साथ बात करने वाला शख्स अस्पताल का मैनेजर महिला के बेटे से रौब झाड़ रहा था. वीडियो में मैनेजर साफ कह रह था कि केंद्र सरकार के आयुष्मान कार्ड के तहत कोरोना का इलाज नहीं होगा. इसके बाद वो गार्ड से कहता है कि उसे उठाकर बाहर फेंक दो.

दूसरा मामला

गौरतलब है कि बीते दिनों विदिशा की रहने वाली सरजूबाई को उनके पोते ने आयुष्मान हाईटेक अस्पताल से रेफर कराकर रविवार को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया. योगेन्द्र रघुवंशी का कहना है कि उन्होंने चिरायु अस्पताल में आयुष्मान कार्ड देकर उन्हें आयुष्मान योजना के तहत उनकी दादी को भर्ती करने का आग्रह किया लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने दो टूक इंकार कर दिया. योगेन्द्र के मुताबिक प्रबंधन ने उन्हें कहा कि चिरायु अस्पताल में आयुष्मान कार्ड नहीं चलता, जिसके बाद योगेन्द्र ने पैसों का इंतजाम कर दो लाख रुपये अस्पताल में जमा करवाया.