रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब नियंत्रण में है. बीते 6 जून को प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार घटकर मात्र 2.7 प्रतिशत पर आ गई है. पिछले महीने 16 मई को यह आंकड़ा 9 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि अप्रैल माह में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत तक जा पहुंची थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अपनी ठोस रणनीति से छत्तीसगढ़ ने न केवल कोरोना की दूसरी लहर पर शीघ्रता से काबू पा लिया है, बल्कि तीसरी लहर की आशंका को समाप्त करने व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है. यदि तीसरी लहर आती भी है, तो उससे और भी कुशलता के साथ निपटा जा सकेगा. उन्होंने कहा कि इस समय हमारा पूरा जोर संक्रमण को पूरी तरह काबू में लाने और जहां लोग अभी भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, वहां इसे रोकने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की सुविधाओं के विस्तार पर है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के लगातार विस्तार के फलस्वरूप कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अब 39 लैबों में ट्रूनाट और 16 में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा मुहैया करायी जा रही है. इसके साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए बलौदाबाजार, दुर्ग, दंतेवाड़ा, जांजगीर और जशपुर में पांच नए वायरोलॉजी लैब स्थापित किए जा रहे है. प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. सभी जिलों में अतिरिक्त मशीन प्रदान कर टूनाट लैब की जांच क्षमता भी बढ़ाई जा रही है.

राज्य में 18 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्थापित किए गए

कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश के 6 शासकीय मेडिकल कॉलेजों और एम्स रायपुर सहित 37 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल और 154 कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं. हर जिले में भी डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाए गए है. शासकीय डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में 5294 बेड और कोविड केयर सेंटर्स में 16,405 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. वहीं निजी कोविड अस्पतालों में 9596 बेड उपलब्ध कराए गए है. शासकीय और निजी अस्पतालों को मिलाकर प्रदेश में 1151 वेटिंलेटर उपलब्ध हैं. ऑक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य में 18 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्थापित किये गए हैं. इनके साथ ही छह नए प्लांट्स प्रक्रियाधीन हैं. जिनमें से तीन प्लांट अगले एक सप्ताह में स्थापित हो जाएंगे

छत्तीसगढ़ में अब तक 9.44 लाख से अधिक लोगों ने कोरोना को दी मात

प्रदेश में अब तक कुल 9 लाख 44 हजार से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. इनमें से 1 लाख 61 हजार अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं. 7 लाख 83 हजार मरीजों ने होम आइसोलेशन में इलाज कराकर कोरोना को मात दी है. होम आइसोलेटेड मरीजों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है. स्थानीय प्रशासन द्वारा उन्हें निःशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.

कोरोना से बचाव के लिए अब तक 71.14 लाख टीके लगाए गए

प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है. वहीं शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स और 90 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है. 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 31 हजार युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है. सभी आयु वर्ग और श्रेणियों के व्यक्तियों को लगाए गए पहली और दूसरी डोज को मिलाकर प्रदेश में अब तक 71 लाख 14 हजार टीके लगाए गए हैं. राज्य में अभी 45 वर्ष से अधिक के नागरिकों के टीकाकरण के लिए 19 लाख 36 हजार और 18 से 44 आयु वर्ग के लिए एक लाख 14 हजार टीके उपलब्ध हैं.

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