रायपुर । छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार बेहद खतरनाक है। ना तो मरीजों की संख्या कम हो रही है और ना ही मौत का आंकड़ा कम हो रहा है। कोरोना के इस बिगड़े हालात के बीच प्रदेश के करीब 75 प्रतिशत जिलों में लॉकडाउन का आदेश दे दिया गया है। 28 जिलों से 20 जिला कंप्लीट लॉकडाउन हो चुका है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में प्रदेश का पहला लॉकडाउन लगा था, जिसे देखते हुए एक के बाद एक प्रदेश के 20 जिले अब तक कंप्लीट लॉकडाउन हो चुके हैं, रविवार को 8 जिलों में लॉकडाउन का आदेश जारी किया गया। दुर्ग में लॉकडाउन के बावजूद स्थिति बेहद भयावह है। दुर्ग में औसतन 1000 मरीज हर दिन मिल रहे हैं, जबकि 20 से ज्यादा मौतें हर दिन हो रही है।प्रदेश में सबसे लंबा लॉकडाउन धमतरी में लगा है, जहां 15 दिनों के लिए सभी तरह की गतिविधियों को रोक दिया गया है। छत्तीसगढ़ में अभी बस्तर का इलाका ही है, जहां किसी भी तरह का अभी लॉकडाउन लगाया गया है। हालांकि बस्तर और कांकेर में कोरोना मरीज के आंकड़े 100 के करीब है, जबकि अन्य जिलों में स्थिति थोड़ी संभली हुई है।
कहां कब तक लगाया गया है लॉकडाउन
- दुर्ग में 6 अप्रैल से लॉकडाउन है। दुर्ग में 6 से 14 तक कंप्लीट लॉकडाउन है।
- वहीं रायपुर में 9 अप्रैल से 16 अप्रैल तक
- राजनांदगांव में 10 अप्रैल से 19 अप्रैल तक
- बेमेतरा में 10 अप्रैल से 19 अप्रैल तक
- बालोद में 10 अप्रैल से 19 अप्रैल तक
- जशपुर में 11 अपैल से 18 अप्रैल तक
- बलौदाबाजार में 11 अप्रैल से से 21 अप्रैल तक
- कोरिया में 11 अप्रैल से 19 अप्रैल तक
- कोरबा में 12 अब्रैल से 21 अप्रैल तक
- धमतरी में 12 अप्रैल से 26 अप्रैल तक
- रायगढ़ में में 14 अप्रैल से 22 अप्रैल तक
- महासमुंद में 14 अप्रैल से 22 अप्रैल तक
- गरियाबंद में 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक
- सूरजपुर में 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक
- सरगुजा में 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक
- बिलासपुर में 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक
- जांजगीर में 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक
- बलरामपुर में 14 अप्रैल से 25 अप्रैल तक
- मुंगेली में 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक
- पेंड्रा में 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक