पुडुचेरी/ आगामी विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (गुरुवार को) को केंद्र शासित क्षेत्र पुडुचेरी को विभिन्न विकास परियोजनाओं की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान सागरमाला योजना के तहत माइनर बंदरगाह का शिलान्यास किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 45-ए को चार लेन में परिवर्तित किए जाने और कराईकल जिले में मेडिकल कॉलेज भवन के नए परिसर के निर्माण की आधारशिला रखी।
राष्ट्रीय राजमार्ग 45-ए के तहत विल्लुपुरम से नागपट्टिनम परियोजना का 56 किमी लंबा सतनाथपुरम-नागापट्टिनम मार्ग आएगा। इस परियोजना पर लगभग 2426 करोड़ रुपये खर्च आएगा। पुडुचेरी में माइनर पोर्ट पर 44 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
पुडुचेरी की आत्मा यहां का समुद्री किनारा है। सागरमाला योजना के तहत पुदुचेरी बंदरगाह विकास की नींव रखने के लिए मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।
DBT ने विभिन्न योजनाओं के तहत कई लाभार्थियों की मदद की है। यह लोगों को अपनी पसंद बनाने में सशक्त बनाता है। पुडुचेरी में औद्योगिक और पर्यटन विकास के लिए बहुत अधिक संभावनाएं हैं जो रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी।
हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा। जो राष्ट्र स्वास्थ्य में निवेश करेंगे वो शाइन करेंगे। इस साल के बजट में स्वास्थ्य सेक्टर को बड़ी बढ़त मिली है।
भारत सरकार ने ग्रामीण और तटीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। पूरे भारत में कृषि क्षेत्र को इससे लाभ मिलेगा। भारत भर में किसान नवोन्मेष कर रहे हैं। उनके उत्पादों को अच्छा बाजार मिले यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है और अच्छी सड़कें इसमें मदद करती हैं।
अपनी विकास की जरूरतों को पूरा करने के​ लिए भारत को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। एनएच 45-ए की 4 लेन की आधारशिला रखी गई है, इससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आर्थिक गतिविधियों की गति बढ़ेगी।
आज हम जिन विभिन्न कार्यों का उद्घाटन कर रहे हैं, वे पुडुचेरी के लोगों के जीवन में सुधार करेंगे। मुझे पुन: निर्मित मैरी बिल्डिंग का उद्घाटन करने से काफी खुशी मिली। विरासत को बरकरार रखते हुए इमारत को अपनी पुरानी रूप में फिर से बनाया गया है।।
इन परियोजनाओं के अलावा प्रधानमंत्री ने यहां स्थित इंदिरा गांधी खेल परिसर में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का शिलान्यास किया। मौजूदा 400 मीटर की सिंडर ट्रैक सतह पुरानी और चलन से बाहर हो गई है। इस परियोजना पर 7 करोड़ रुपये खर्च आएगा। प्रधानमंत्री ने यहां के जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जेआईपीएमईआर) में ब्लड सेंटर का उद्घाटन किया। इसे 28 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।
उन्होंने यहां के लॉस्पेट इलाके में 100 बिस्तर वाले गर्ल्स हॉस्टल का भी उद्घाटन किया। भारतीय खेल प्राधिकरण के तत्वावधान में लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से इसे महिला एथलीटों के लिए बनाया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पुनर्निर्मित हेरिटेज मैरी बिल्डिंग का भी उद्घाटन किया। मैरी बिल्डिंग को फ्रांसिसियों ने बनाया था और अब इसे लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत से उसी वास्तुकला के साथ पुनर्निर्मित किया गया है।
पिछले तीन सालों में प्रधानमंत्री का यह पुडुचेरी का दूसरा दौरा है। इससे पहले 2018 में उन्होंने निकटवर्ती विल्लुपुरम जिले में ऑरोविले अंतरराष्ट्रीय परियोजना का दौरा किया था और इस दौरान एक जनसभा को भी संबोधित किया था। प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब प्रदेश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह बदला हुआ है।
कांग्रेसनीत राज्य सरकार के अल्पमत में आने के बाद वी नारायणसामी ने 22 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
उनके इस्तीफे के बाद किसी भी राजनीतिक दल ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति की इस प्रस्ताव को स्वीकृति के साथ यहां विधानसभा भंग हो जाएगी। पुडुचेरी में इसी साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।