जांजगीर-चांपा I छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में घूस लेने के आरोपी पटवारी के निलंबन और गिरफ्तारी को लेकर उनके साथी भड़क गए हैं। विरोध में जिले के सभी 256 पटवारी शुक्रवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए। इसके चलते राजस्व व्यवस्था बिगड़ गई है। ये लोग तहसीलदार, नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग पर कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद ही CM का दौरा है और हड़ताल, प्रदर्शन, धरने पर रोक है।

राजस्व पटवारी संघ के बैनर तले सभी पटवारी कचहरी चौक पर एकत्र हो गए और वहीं धरना देना शुरू कर दिया है। पटवारियों का कहना है कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के आधार पर पामगढ़ में पदस्थ पटवारी देवेंद्र साहू को SDM ने सस्पेंड कर दिया। विभागीय जांच भी नहीं कराई। इसके बाद अगले दिन पटवारी को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार भी कर लिया। जैसे वे कोई चोर, डाकू, पेशेवर मुजरिम हों।

पदाधिकारियों का कहना है कि पहले भी संघ ने समाचार पत्रों में छपी खबरों और वीडियो के आधार पर बिना विभागीय जांच की कार्यवाही नहीं करने को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था। इस पर अपर कलेक्टर ने आश्वासन भी दिया था। इसके बाद भी ऐसी कार्रवाई की गई। संघ का कहना है कि जब तक तीनों अफसरों को निलंबित नहीं किया जाता, हड़ताल जारी रहेगी। चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी अंदोलन करेंगे।

3 अप्रैल को 500-500 के 8 नोट लिए थे पटवारी ने
दरअसल, पामगढ़ तहसील के कोड़ाभाठ गांव के किसान राज कुमार कुर्रे को पैसों की जरूरत थी। वह अपनी जमीन बेचना चाहता था, लेकिन नक्शा राजस्व रिकार्ड में दुरूस्त नहीं था। इसके चलते नक्शा अपडेट कराने के लिए वह हल्का नंबर 23 के पटवारी देवेंद्र साहू के पास चक्कर लगा रहा था। आरोप है कि कई बार चक्कर लगाने के बाद पटवारी ने उससे 4 हजार रुपए मांगे। इसके लिए किसान ने 500-500 के 8 नोट दिए।

30 मई को सस्पेंड, 31 को गिरफ्तारी हो गई
वीडियो में दिख रहा था कि पटवारी ने भी रुपए लेकर मेज की दराज में रख लिए। इस दौरान किसान ने अपने सहयोगी की मदद से उसका वीडियो बना लिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद 30 मई को पामगढ़ SDM भास्कर सिंह मरकाम ने पटवारी को सस्पेंड कर दिया था। वहीं अगले दिन नायब तहसीलदार अभिजीत राजभानु की शिकायत पर पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार कर लिाय।