कनकी, कटघोरा एवं पोंड़ीउपरोड़ा धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्थाओें पर जताई संतुष्टि

कोरबा/ कोरबा जिले के प्रभारी सचिव एवं खनिज, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सचिव श्री अंबलगन पी. ने आज सुबह औचक निरीक्षण पर कोरबा पहुंचे। श्री अंबलगन ने अपने प्रवास पर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की मौजूदगी में कनकी, कटघोरा और पोड़ी के धान खरीदी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। तीनों धान खरीदी केंद्रों में पहुंचकर प्रभारी सचिव ने धान खरीदी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रभारी सचिव ने करतला विकासखंड के कनकी, कटघोरा विकासखंड के कटघोरा एवं पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड के पोंडी धान खरीदी केंद्र पहुंचकर धान खरीदी के लिए जरूरी संसाधनों, बारदानों सहित कम्प्यूटर आपरेटर और नमी मापक यंत्र आदि व्यवस्थाओं के बारे में समिति प्रबंधकों से जानकारी ली।ं प्रभारी सचिव ने खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर बेचने लाए गए धान की गुणवत्ता, समिति में बारदाना की उपलब्धता, जारी किये जा रहे टोकन, पंजी संधारण तथा धान खरीदी की मात्रा आदि का जायजा लिया। कलेक्टर श्रीमती साहू ने प्रभारी सचिव को बताया कि धान खरीदी के लिये पंजीकृत किसानों की संख्या और बोंये गये धान के रकबे का सत्यापन खरीदी शुरू होने के पहले गिरदावरी के समय ही राजस्व अमले द्वारा करा लिया गया है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि धान खरीदी के लिए जिले की सहकारी समितियों में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था है। प्रभारी सचिव ने वर्तमान मौसम को देखते हुए खरीदे गये धान को आकस्मिक बारिश से बचाने के लिए तारपोलिन या खरीदी परिसर में शेड आदि की व्यवस्था भी देखी। श्री अंबलगन ने धान खरीदी केंद्रों में किसानों के लिए पीने के पानी और शौचालय के बारे में भी समिति प्रबंधकों से पूछा। उन्होंने खरीदे गये धान की स्टैगिंग के पहले सबसे नीचे भूसे की बोरियों की एक छल्ली लगाने के निर्देश समिति प्रबंधकों को दिए।

प्रभारी सचिव ने नमी मापक यंत्र लेकर खरीदे गये धान की बोरियों में लगाकर धान मे नमी का प्रतिशत भी चेक किया। श्री अंबलगन ने तीनों खरीदी केंद्रों पर किसानों से भी बात की और धान खरीदी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने खरीदी केंद्रों पर की गई व्यवस्थाओं के प्रति अपनी संतुष्टि जाहिर की और कलेक्टर श्रीमती साहू तथा अन्य अधिकारियों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जीरो शार्टेज पर धान खरीदी कोरबा जिले से ही शुरू हुई है। हमेशा से ही धान खरीदी के लिए जिले में व्यवस्थाएं बेहतर होती है, जिसका उदाहरण आज भी मिल गया है। प्रभारी सचिव ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को आगे धान खरीदी के लिए सभी सावधानियां बरतने, किसानों को किसी तरह की परेशानी न होने देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अब तक खरीदे गये धान का उठाव तत्काल शुरू कराने के निर्देश भी जिला विपणन अधिकारी को दिए। श्री अंबलगन ने किसी भी स्थिति में किसी भी समिति में धान का जमाव नहीं होने देने के लिए लगातार क्रमिक उठाव कराते रहने को कहा। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नूतन कवंर, एसडीएम कोरबा श्री हरिशंकर पैकरा, एसडीएम कटघोरा श्री नंदजी पाण्डेय, जिला खाद्य अधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री बसंत कुमार, सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री एस.के.जोशी और अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे।

प्रभारी सचिव ने सीधे किसानों से की बात, किसान बोले- व्यवस्थाएं अच्छी, धान बेचने में कहीं कोई समस्या नहीं – प्रभारी सचिव ने धान खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान मौजूद किसानों से भी बातचीत की और धान खरीदी की व्यवस्थाओं के बारे में उनका रूख जाना। उपस्थित किसानों ने बताया कि टोकन के लिए पटवारी के उत्पादन प्रमाण पत्र की व्यवस्था को खत्म कर कलेक्टर ने किसानों को बड़ी राहत दे दी है। अब किसान सीधे समिति में आकर धान बेचने के लिए टोकन कटा रहे हैं। प्रभारी सचिव ने कनकी के किसान श्री नर्मदा शंकर राजवाड़े से धान खरीदी की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। उन्होंने किसान द्वारा खरीफ तथा रबी सीजन में ली जाने वाली फसलों बारे में किसान श्री राजवाड़े से जानकारी ली। किसान ने प्रभारी सचिव को बताया कि धान खरीदी की व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। खरीदी केंद्र में किसानों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। टोकन भी आसानी से मिल रही है जिससे किसानों को अपने उपार्जित धान को समर्थन मूल्य पर बेचने में आसानी हो रही है। प्रभारी सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। खरीदी केंद्र में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हो। श्री अंबलगन ने पोंड़ी उपरोड़ा धान उपार्जन केंद्र में किसान श्री राम नारायण से भी बात की। उन्होंने किसान से इस वर्ष खरीफ सीजन मंे हुई उपज की जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने किसान सेे खरीदी केंद्र तक धान को लाने की व्यवस्थाओं के बारे में भी पूछा। श्री रामनारायण ने प्रभारी सचिव को बताया कि लगभग दो एकड़ में धान की खेती करते हैं। खलिहान से खरीदी केंद्र तक टेªक्टर में धान लाते हैं। धान खरीदी केंद्र में तौलाई की कोई समस्या नहीं है। टोकन भी आसानी से कट रहा है। इसके साथ ही बारदाने के लिए भी किसी प्रकार की परेशानी क्षेत्र के किसानों को नहीं है। समिति में अभी पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध हैं। किसान श्री रामनारायण ने बताया कि किसानांे के पुराने जूट बारदानो का दाम भी सरकार ने 18 रूपये से बढ़ाकर 25 रूपये कर दिया है इससे अब किसान भी अपने बारदानों में धान बेचने की तैयारी कर रह हैं। श्री रामनारायण ने धान बेचने में किसी भी प्रकार की असुविधा या परेशानी से इंकार करते हुए शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया।

कटघोरा उपार्जन केंद्र में सभी व्यवस्थाएं, बन सकता है आदर्श खरीदी केंद्र – प्रभारी सचिव श्री अंबलगन पी. ने कटघोरा धान उपार्जन कंेद्र की व्यवस्थाओं को इस सीजन में धान खरीदी के लिए पूरी तरह से उपयुक्त माना। कृषि उपज मंडी प्रांगण मंे इस वर्ष यह उपार्जन केंद्र शुरू किया गया है। प्रभारी सचिव ने आज कलेक्टर श्रीमती साहू के साथ इसका औचक निरीक्षण किया। इस प्रांगण में किसानों से खरीदे गये धान को सुरक्षित रखने के लिए एक बड़ा गोदाम मौजूद है। गोदाम के बाहर आफिस और चौकीदार के रहने की भी व्यवस्था है। धान बेचने आने वाले किसानों के लिए आसान प्रवेश और निकास द्वार के साथ पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था भी इस प्रांगण में है। धान खरीदी के लिए उपार्जन केंद्र बनने के बाद यहां पर्याप्त संख्या मंे बारदाने, नमी मापक यंत्र, चार इलेक्ट्रानिक और एक मैनुअल तौल कांटा उपलब्ध है। साफ-सफाई से लेकर खरीदे गये धान को बोरों में भरकर स्टैगिंग आदि की पूरी व्यवस्था इस प्रांगण में की गई है। मौसम के खराब होने या आकस्मिक बारिश की स्थिति में भी प्रांगण में मौजूद चार शेडयुक्त चबूतरों पर किसान अपने धान सहित सुरक्षित रूक सकते हैं। उपार्जन केंद्र में कार्यालयीन कार्य के लिए कम्प्यूटर, इंटरनेट, कम्प्यूटर आपरेटर सहित जरूरी रजिस्टर पंजी भी उपलब्ध हैं। इन व्यवस्थाओं को देखकर आज प्रभारी सचिव ने कटघोरा के इस धान उपार्जन केंद्र को आदर्श धान खरीदी केंद्र बताया। उन्होंने कलेक्टर श्रीमती रानू साहू और अन्य अधिकारियों की इसके लिए तारीफ की। श्री अंबलगन ने साफ-सुथरा अच्छा धान ही खरीदने के निर्देश समिति प्रबंधक को दिए। प्रभारी सचिव ने किसान के धान में यदि मिट्टी कचरा हो, सफाई मे कोई कमी नजर आए तो धान को साफ करने के लिए परिसर में ही उड़ावनी पंखा की व्यवस्था करने की भी सलाह दी।