नवजात शिशु के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए लोगों को किया जा रहा जागरूक

कोरबा । प्रतिवर्ष की भांति जिले में इस वर्ष भी राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसका आयोजन 21 नवंबर तक किया जाएगा। इस वर्ष का थीम राष्ट्रीय नवजात शिशु (एनसुरिंग क्वालिटी हेल्थकेयर फॉर एवरी न्यूबॉर्न) है। सीएमएचओ डॉ एसएन केशरी ने बताया की यह सप्ताह मनाने का उद्वेश्य बच्चे की उत्तरजीवता और विकास के लिए नवजात शिशु की देखभाल के महत्व के बारे में जागरूकता लाना है। साथ ही संस्थागत व समुदाय आधारित नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए प्रतिवद्वता को सुनिश्चित करना है। क्योंकि बच्चे की उत्तरजीवता के लिए नवजात काल की अवधि (जीवन के पहले 28 दिवस) महत्वपूर्ण होते है। इस अवधि में बाल्यावस्था के दौरान किसी अन्य अवधि की तुलना में मृत्यु का जोखिम अधिक होता है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में 15 से 21 नंवम्बर तक राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान लोगों को नवजात शिशु के स्वास्थ्य के साथ साथ बेहतर देखभाल के बारे में जागरूक किया जा रहा है।। उन्होने बताया कि अपरिपक्वता जन्म के दौरान जटिलताएं तथा गंभीर संक्रमण से नवजात की मृत्यु हो सकती है सभी नवजात शिशुुओं में बिमारी के जोखिम को कम और उनकी वृद्वि बढाने एवं विकास के लिए आवष्यक नवजात शिशु देखभाल की आवष्यकता है। उन्होनेे बताया कि नवजात शिशु सप्ताह के दौरान जिले तथा विकासखण्डों में एसएनसीयू, एनबीएसयू एवं एनबीसीसी का गुणवतापूर्ण संचालन किया जा हा है। एसएनसीयू और एनबीएसयू से डिस्चार्ज बच्चों का स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा संस्थागत एवं समुदाय आधारित फॉलोअप किया जाता है।

राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह के दौरान कंगारू मदर केयर एवं स्तनपान जारी रखने के संबंध में माता पिता ,परिजनों को सलाह दिया जायेगा। सभी डिलवरी प्वांइट में बर्थ डिफेक्ट की स्क्रीनिंग की जावेगी। सीएमएचओ ने सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों तथा मितानिनों को निर्देषित किया है कि वे वी.एच.एन.डी. में मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं पर जोर दे। सभी हाईरिस्क गर्भवती माता एवं बीमार नवजात की लाईन लिस्ट उप.स्वा. केन्द्र में संधारित रखे। मितानिने के क्षेत्र ग्रह भेट के दौरान गुणवता पूर्वक नवजात देखभाल के बारें में लोगो को बताएं तथा फालोअप सुनिश्चित करे।