वाराणसी.  वाराणसी में जिस ईवीएम को लेकर देररात तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और ओमप्रकाश राजभर ने मोर्चा खोल दिया। पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर ईवीएम में फेरबदल का आरोप लगाते हुए सपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा कर दिया। उन्होंने ईवीएम लेकर मतगणना स्थल से बाहर निकले एक वाहन को रोक लिया और उस ईवीएम की जांच की मांग के साथ धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम में फेरबदल किया जा रहा है पर इसकी सच्चाई अलग निकली। जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने सपा कार्यकर्ताओं के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि ईवीएम में फेरबदल की बात कोरी अफवाह है। ईवीएम बुधवार को मतगणना कार्मिकों के प्रशिक्षण के लिए ले जाई जा रही थी।

बुधवार को यूपी कॉलेज परिसर में मतगणना कार्मिकों का प्रशिक्षण होना है। इसके लिए शाम पांच बजे बिना उपयोग की गई ईवीएम पहड़िया से यूपी कॉलेज भेजी जा रही थी। दो वाहनों से ईवीएम भेजी जा चुकी थी। इस बीच खबर मिलने पर सपा कार्यकर्ता पहड़िया मंडी के गेट पर पहुंचे और ईवीएम लदे एक वाहन को रोक लिया। सूचना मिलने पर प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। अफसरों ने धरनारत सपाइयों को समझाने का प्रयास किया मगर वे धरना खत्म करने को तैयार नहीं हुए। सपा के महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने पूरे प्रकरण की राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जानकारी दी। समय बीतने के साथ धरनास्थल पर सपा कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही थी।

अखिलेश ने ट्वीट कर लगाए आरोप

सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर मतगणना में धांधली की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा-‘वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का समाचार उप्र की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है। मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें। युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने!

केवल अफवाह थी डीएम बोले

जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि मंडी में स्थित अलग गोदाम से प्रशिक्षण के लिए ईवीएम यूपी कॉलेज जा रही थी। कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कह कर अफवाह फैलाया है। बुधवार को काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की दूसरी ट्रेनिंग है। हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के लिए ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती हैं। जो ईवीएम चुनाव में प्रयुक्त हुई थीं, वे सब स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ की निगरानी में बंद हैं। उनकी सीसीटीवी से भी निगरानी हो रही है जिसे सभी राजनैतिक दलों के लोग देख रहे हैं।