नई दिल्ली|कोरोना का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने शुक्रवार को राज्य में कोविड-19 को लेकर दिये गये छूट को कम करने और फिर से प्रतिबंध बढ़ाए जाने का फैसला किया है। दरअसल राज्य में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मिलने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना को लेकर प्रतिबंध बढ़ाए जाने का फैसला किया है। महाराष्ट्र सरकार ने इससे पहले कोविड-19 के केस कम होने पर फाइव-लेवल अनलॉक की प्रक्रिया चालू की थी। लेकिन अब सरकार ने प्रतिबंध बढ़ाने का फैसला कर लिया है।

सरकार की तरफ से कहा गया है कि जून के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र सरकार ने फाइव लेवल अनलॉक योजना का ऐलान किया था। राज्य में हर रोज मिलने वाले कोरोना केसों में कमी आई थी। जिसके बाद यह फैसला किया गया था कि अलग-अलग जिलों को ज्यादा से ज्यादा खोलने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, जहां ज्यादा पॉजीटिव केस थे वहां अभी भी प्रतिबंध लागू थे। लेकिन अब जिलों को भी पूरी तरह से छूट नहीं दी जाएगी।

डेल्टा प्लस वैरिएंट के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने फाइव लेवल रिलैक्सेशन प्लान को तीन लेवल तक सीमित कर दिया है। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कहा गया है कि राज्य में दी गई ज्यादा से ज्यादा छूट को अब वापस ले लिया गया है। राज्य में कोरोना को लेकर बनाई गई टास्क फोर्स और स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि डेल्ट प्लस वैरिएंट को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। लिहाजा प्रतिबंध लगाने के जो निर्देश दिेय गये हैं उनका कड़ाई से पालन किया जाए।

बता दें कि देश में कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट को सरकार पहले ही चिंताजनक बता चुकी है। लेकिन अब देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने के बाद से और भी ज्यादा सतर्कता बरतने की जरुरत महसूस की जा रही है। सरकार ने बताया था कि डेल्टा प्लस वैरिएंट से जुड़ा पहला केस अप्रैल के  महीने में महाराष्ट्र में मिला था। रत्नागिरी और जलगांव ऐसे दो क्षेत्र हैं जहां डेल्टा प्लस सैंपल मिले थे। बता दें कि महाराष्ट्र के छह जिलों में डेल्ट प्लस वैरिएंट के 21 केस अब तक मिल चुके हैं। इनमें से 9 रत्नागिरी, 7 जलगांव, 1 मुंबई और 1-1 केस ठाणे, पालघर और सिंधूदुर्ग से मिला है।