रायपुर। बीजापुर में एक तरफ नक्सलियों ने जवान को रिहा किया, दूसरी ओर तीन महिलाओं का अपहरण भी कर लिया है. जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (मितानिन) के साथ दो अन्य महिलाओं को नक्सली उठा ले गए हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी घटना हो गई और छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को इसकी जानकारी तक नहीं है.
सूबे के गृहमंत्री को जानकारी नहीं
शुक्रवार दोपहर को पत्रकारों के द्वारा पूछे गए महिलाओं के अपहरण के सवाल के जवाब में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुझ तक ऐसी कोई जानकारी नहीं आई है, मैं अधिकारियों से बात करता हूँ. बीजापुर जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि मितानिन सहित तीन महिलाओं को कुछ लोग उठा ले गए हैं.
मितानिन समेत 3 महिलाओं का अपहरण
जबकि खबर यही है कि गुरूवार रात 1 बजे नक्सली बंधक बनाकर महिलाओं को ले गए हैं. अपहृत मितानिन का नाम शारदा है, जो कि कमकानार की रहने वाली हैं. जनकारी के मुताबिक, मितानिन शारदा ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगवाने का कार्य कर रही थी. नक्सलियों ने कोरोना टीका लगवाने के लिए उन्हें मना किया था.हालांकि बीजापुर एडिशनल एसपी पंकज शुक्ला ने एक महिला को लेकर जाने की पुष्टि की है. बाकी दो अन्य की जानकारी नहीं है. सीएमएचओ डॉ पुजारी ने इस बात की है पुष्टि कर दी है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने महिलाओं का अपहरण किया है.
कल जवान की हुई है रिहाई
बता दें कि बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र में 3 अप्रैल को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ के बाद जम्मू-कश्मीर निवासी कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने अपने कब्जे में ले लिया था. नक्सलियों ने गुरुवार को जन अदालत लगाकर जवान राकेश्वर सिंह मिन्हास को रिहा किया था. जवान के रिहा होने के बाद फोर्स ने राहत की सांस ली थी.