नाबालिग सहेलियां मंदिर में शादी रचा पहुंचीं थाने, पंचायत के बाद पुलिस ने निकाला ये बीच का रास्‍ता

धनबाद/ कहते हैं कि प्यार में सबकुछ जायज है। सुगियाडीह की दो समलैंगिक किशोरियों ने इस बात पर मुहर लगा दी है। दोनों रविवार की सुबह एक-दूसरे से शादी रचा कर अपने-अपने घर पहुंची। 13 साल की किशोरी की मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र देकर उसके घरवाले दंग रह गए। पूछने पर उसने बताया कि पड़ोस की 14 वर्षीय किशोरी से उसने शादी रचाई है। बेहद ही सामान्य परिवार की दोनों किशोरियों के इस कदम से घरवाले ही नहीं पूरा मुहल्ला स्तब्ध है। इस अजब प्रेम का घर से लेकर पड़ोस तक हर स्तर पर विरोध हुआ। दोनों को अलग करने की मुहिम छिड़ गई। इसके बाद दोनों किशोरियों ने सरायढेला थाना की शरण ली।
रघुकुल के पास रहनेवाली दोनों किशोरी शनिवार को ही अपने घरों से निकल गई थीं। उन्होंने शनिवार को ही पास के एक मंदिर में चोरी-छिपे शादी रचा ली। बकादा एक किशोरी ने दूसरे की मांग में सिंदूर सजाया और गले में मंगलसूत्र बांधकर सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाईं। शादी के बाद दोनों सुगियाडीह में ही एक तालाब के किनारे बनी झुग्गी में रात में साथ-साथ रहीं। रविवार को दोनों साथ-साथ अपने घर पहुंचीं। जब घरवालों को इसकी जानकारी मिली तो मांग में सिंदूर लगा कर पहुंची किशोरी के परिजनों ने दूसरी किशोरी की घर जाकर हंगामा शुरू कर दिया। दोनों परिवारों में इस बात को लेकर ठन गई। परिवार वालों के तूतू-मैंमैं के बीच दोनों एक-दूसरे से अलग होने को तैयार नहीं थीं। दोनों साथ-साथ सरायढेला थाना पहुंचीं। वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर मामले को महिला थाना भेजा गया।
उम्र की बाध्यता बनी प्यार में रोड़ा
महिला थाना प्रभारी विशाखा पांडेय व महिला पुलिस के अन्य अफसरों ने दोनों की काउंसिलिंग की। विशाखा पांडेय ने किशोरियों को बताया कि 18 साल से पहले कानून शादी को मान्यता नहीं देता। इसलिए फिलहाल दोनों को साथ रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती। 18 वर्ष की आयु तक दोनों शादी नहीं कर सकते। बालिग होने के बाद वे जो भी निर्णय लेंगी उसे परिजनों को मानना होगा। दोनों को समझा-बुझा कर थाने से परिजनों के साथ उनके घर भेज दिया गया। इस अनोखी शादी की खबर पाकर किशोरियों के परिजनों के साथ-साथ मुहल्ले से भी दर्जनों लोग थाने पहुंचे थे। थाने में भी दोनों पक्षों में तीखी नोंकझोंक हुई।
हम एक-दूसरे के बिना जिंदा नहीं रह सकते : प्रेमी जोड़ा
महिला थाना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दोनों किशोरियों ने एक साथ कहा कि बचपन से दोनों एक-दूसरे से प्यार करती हैं। दोनों साथ-साथ जीने की कसमें खाई हैं। देश का संविधान भी एक जेंडर में शादी की इजाजत देता है। बालिग होने तक दोनों ने एक-दूसरे का इंतजार करने की बात कही है। दोनों ने पांचवीं और छठी तक पढ़ाई पूरी की है। 14 वर्षीय किशोरी ने बताया कि बालिग होने तक वह काम की तलाश करेगी। उसकी मां बीसीसीएल कोयला नगर में पदस्थापित है। जहां से भी हो वह अपनी जीवन संगिनी के लिए हर सुख-सुविधा की चीजें जुटाएंगी। दोनों ने एक स्वर में कहा कि यदि उन्हें अलग करने का प्रयास किया गया तो वह आत्महत्या कर लेंगी। पुलिस ने दोनों के घरवालें को उन्हें किसी भी सूरत में प्रताड़ित नहीं करने का निर्देश दिया है।
नाबालिग लड़कियां शादी रचा कर थाना पहुंची थीं। उन्हें समझा-बुझा कर उनके परिजनों के साथ भेज दिया गया है।
विशाखा पांडेय, थाना प्रभारी, महिला थाना