संगोष्ठी में बुजुर्गों और वरिष्ठ पत्रकारों को किया गया सम्मानित, वृक्षारोपण का भी हुआ आयोजन

वृद्धजनों का सम्मान करके ही समाज को दे सकते हैं सही दिशा: नारायण प्रसाद केशरवानी

वृद्ध समाज को दु:ख और कष्ट से छुटकारा दिलाना आज की सबसे बड़ी जरुरत : सुनंदा देवी

कोरबा। सामाजिक संस्था पंचशील कौशल सेेवा संस्थान द्वारा पंचशील कौशल दर्पण मासिक पत्रिका के स्थापना दिवस के अवसर पर 21 अगस्त 2022 को सी-11 नेहरू चौक परिवहन नगर कोरबा में संगोष्ठी के साथ-साथ विविध कार्यक्रम आयोजित गए किए। कार्यक्रम में वृद्धजनों का सम्मान करने के उपरांत पौधरोपण भी किया गया।
कोरबा से प्रकाशित मासिक पत्रिका पंचशील कौशल दर्पण का पंचशील कौशल सेवा संस्थान कोरबा, छत्तीसगढ़ के द्वारा संचालित है।

प्रदेशाध्यक्ष नारायण प्रसाद केशरवानी ने बताया कि स्थापना दिवस के मौके पर सामाजिक संस्था पंचशील कौशल सेेवा संस्थान के द्वारा 21 अगस्त को परिवहन नगर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वृद्धजनों को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।

संगोष्ठी में मौजूद संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष नारायण प्रसाद केशरवानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वृद्धजनों का सम्मान करके ही हम समाज को सही दिशा दे सकते हैं। उन्होंने वृद्धजनों के हालत पर चिंता भी जाहिर की। श्री केशरवानी ने कहा कि वरिष्ठों के हित के लिए चिन्तन भी होना चाहिए। उन्होंने चिंतन व्यक्त करते हुए कहा कि आज भी वृद्धों की उपेक्षा एवं प्रताडऩा की स्थितियां क्यों बनी हैं ? चिन्तन का महत्वपूर्ण पक्ष है कि हम पतन के इस गलत प्रवाह को रोकें,

वृद्ध अपने ही घर की दहलीज पर सहमा-सहमा खड़ा है, उसकी आंखों में भविष्य को लेकर भय है, असुरक्षा और दहशत में है, दिल में अन्तहीन दर्द है। इन त्रासद एवं डरावनी स्थितियों में सुधार की संभावना है, वृद्धों को इन त्रासदी से मुक्ति दिलानी ही होगी यही समय की भी मांग है।

पत्रिका के संपादक महेश कुमार ने कहा कि आज का वृद्ध समाज-परिवार से कटा सा महसूस रहता है और सामान्यत: इस बात से सर्वाधिक दु:खी है कि जीवन का विशद अनुभव होने के बावजूद कोई उनकी राय न तो लेना चाहता है और न ही उनकी राय को महत्व देता है। समाज में अपनी एक तरह से अहमियत न समझे जाने के कारण हमारा वृद्ध समाज दु:खी, उपेक्षित एवं त्रासद जीवन जीने को विवश है।

वरिष्ठ पत्रकार पूर्व जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष गेंद लाल शुक्ला ने स्वयं सेवी संस्था के द्वारा संचालित पत्रिका पंचशील कौशल दर्पण के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का प्रशंसा करते हुए कहा कि वृद्ध समाज को इस दु:ख और कष्ट से छुटकारा दिलाना आज की सबसे बड़ी जरुरत है। आज हम बुजुर्गों एवं वृद्धों के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने के साथ-साथ समाज में उनको उचित स्थान देने की कोशिश करें ताकि उम्र के उस पड़ाव पर जब उन्हें प्यार और देखभाल की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो वो जिंदगी का पूरा आनंद ले सके। वृद्धों को भी अपने स्वयं के प्रति जागरूक होना होगा।
संगोष्ठी में मौजूद पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनंदा देवी केशरवानी ने कहा कि हम पारिवारिक जीवन में वृद्धों को सम्मान दें, वृद्धों के सही दिशा निर्देशों का पालन करते चलें, सही सोचें, सही करें। इसके लिये आज विचारक्रांति ही नहीं, बल्कि व्यक्तिक्रांति की जरूरत है। कार्यक्रम उपरांत वृक्षारोपण का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

इस मौके पर मुख्य रूप से नारायण प्रसाद केशरवानी, सुनंदा देवी केशरवानी, पत्रिका के संपादक महेश कुमार, शिवनंदन केशरवानी, एन. ए. हिल- (संस्था महासचिव), श्रीमती अल्का केशरवानी, महेेश कुमार केशरवानी, सत्यनारायण गुप्ता, भगवती अग्रवाल, दशरथ प्रसाद केशरवानी, मुरली गुप्ता, ओंकार केशरवानी, संतोष भारद्वाज, मनोज तेजवानी, संदीप केशरवानी, संजय सिंह, मनोज रात्रे, गोपाल सैनी, संजय पालीवाल समेत जिले के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।