पटना|
पटना हाईकोर्ट ने गुरुवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन की अर्जी पर जल्दी सुनवाई करने के अनुरोध को नामंजूर कर दिया। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ से मामले पर जल्दी सुनवाई करने की गुहार लगाई गई।
पूर्व सांसद के वकील सीनियर एडवोकेट योगेश चंद्र वर्मा ने मामले पर आउट ऑफ टर्न सुनवाई करने का अनुरोध किया। उनके अनुरोध पर खंडपीठ ने कहा कि यह मामला अतिआवश्यक नहीं है कि इसे आउट ऑफ टर्न सुनवाई की जाए। अति आवश्यक सुनवाई के लिए हाईकोर्ट ने जो मापदंड तय किया है, उसमें यह केस नही आता है।
कोर्ट ने कहा कि जब इस मामले का टर्म आएगा तब सुनवाई की जाएगी। ऐसे में पप्पू यादव की अर्जी पर तत्काल सुनवाई नहीं होगी।
रंजीत रंजन की सरकार को धमकी, कहा- दो दिनों में पप्पू यादव को रिहा करें, वरना करूंगी अनशन
32 साल पुराने मामले में जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव को जेल भेजने के मामले में उनकी पत्नी व पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी और ड्रग्स माफिया के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर 2 दिनों में पप्पू यादव की रिहाई नहीं हुई, तो मैं मुख्यमंत्री जी आपको, आपके गुर्गे को, राजीव प्रताप रूडी और भाजपाई को सड़क पर खड़ा करूंगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि महामारी में राजनीति-राजनीति खेलने का वक्त नहीं है, इस वक्त हम सभी को एक दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए। आज पप्पू यादव के साथ लोग इसलिए नहीं खड़े हैं कि चुनाव होने वाला है। या कोई बड़ी पार्टी है। आज लोग इसलिए खड़े हैं कि महामारी चल रही है। दूसरी लहर चल रही है। लोगों की जानें जा रही हैं। सबलोग भयभीत हैं। मैं पूछना चाहती हूं पप्पू यादव का कौन सा अपराध था, जिसमें जेल भेजा गया।
उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे लॉकडाउन का उल्लंघन कर गिरफ्तार किया गया। फिर बाद में 32 साल पुराने के केस में उन्हें जेल भेजा गया। क्यों भेजा गया। किसलिए भेजा गया। कौन सा अपराध था और वे कौन लोग हैं जिनके इशारे पर ये कार्रवाई हुई है। नीतीश बाबू अगर आप इतने मजबूर थे, तो हमलोग को बता देते कि बहुत कम विधायक आए हैं। भाजपा का पूरे देश में गुंडाराज चल रहा है। न चोर को पकडूंगा- न चोरी को पकड़ने दूंगा। न खुद काम करूंगा- न किसी को काम करने दूंगा।